मेरे रोने का जिस में क़िस्सा है; उम्र का बेहतरीन हिस्सा है! |
एक दिन कह लीजिए जो कुछ है दिल में आप के; एक दिन सुन लीजिए जो कुछ हमारे दिल में है! |
दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया; जब चली सर्द हवा मैं ने तुझे याद किया! |
मुझ को तो होश नहीं तुमको खबर हो शायद; लोग कहते हैं कि तुमने मुझे बर्बाद कर दिया। |
वो करें भी तो किन अल्फ़ाज़ में तेरा शिकवा; जिन को तेरी निगह-ए-लुत्फ़ ने बर्बाद किया। |
दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया; जब चली सर्द हवा मैंने तुझे याद किया। |