Jurat Qalandar Bakhsh Hindi Shayari

  • कल उस सनम के कूचे से निकला जो शैख़-ए-वक़्त;</br>
कहते थे सब इधर से अजब बरहमन गया!</br></br>
*शैख़-ए-वक़्त: अपने समय का सबसे बड़ा धर्मगुरु</br>
*बरहमन: ब्राह्मण   
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    कल उस सनम के कूचे से निकला जो शैख़-ए-वक़्त;
    कहते थे सब इधर से अजब बरहमन गया!

    *शैख़-ए-वक़्त: अपने समय का सबसे बड़ा धर्मगुरु
    *बरहमन: ब्राह्मण
    ~ Jurat Qalandar Bakhsh