Khwaja Meer Dard Hindi Shayari

  • सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ;</br>
ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ!</br></br>
*ग़ाफ़िल: गहरी नींद सोने वालाUpload to Facebook
    सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ;
    ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ!

    *ग़ाफ़िल: गहरी नींद सोने वाला
    ~ Khwaja Meer Dard
  • कभू रोना कभू हँसना कभू हैरान हो जाना;<br/>
मोहब्बत क्या भले-चंगे को दीवाना बनाती है!Upload to Facebook
    कभू रोना कभू हँसना कभू हैरान हो जाना;
    मोहब्बत क्या भले-चंगे को दीवाना बनाती है!
    ~ Khwaja Meer Dard
  • सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ;
    ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ!
    ~ Khwaja Meer Dard