Mubarak Azimabadi Hindi Shayari

  • तेरी बख़्शिश के भरोसे पे ख़ताएँ की हैं;</br>
तेरी रहमत के सहारे ने गुनहगार किया!Upload to Facebook
    तेरी बख़्शिश के भरोसे पे ख़ताएँ की हैं;
    तेरी रहमत के सहारे ने गुनहगार किया!
    ~ Mubarak Azimabadi
  • रहने दे अपनी बंदगी ज़ाहिद;</br>
बे-मोहब्बत ख़ुदा नहीं मिलता!Upload to Facebook
    रहने दे अपनी बंदगी ज़ाहिद;
    बे-मोहब्बत ख़ुदा नहीं मिलता!
    ~ Mubarak Azimabadi