Mushafi Ghulam Hamdani Hindi Shayari

  • देख कर हम को न पर्दे में तू छुप जाया कर;</br>
हम तो अपने हैं मियाँ ग़ैर से शरमाया कर!Upload to Facebook
    देख कर हम को न पर्दे में तू छुप जाया कर;
    हम तो अपने हैं मियाँ ग़ैर से शरमाया कर!
    ~ Mushafi Ghulam Hamdani
  • छेड़ मत हर दम न आईना दिखा;</br>
अपनी सूरत से ख़फ़ा बैठे हैं हम!Upload to Facebook
    छेड़ मत हर दम न आईना दिखा;
    अपनी सूरत से ख़फ़ा बैठे हैं हम!
    ~ Mushafi Ghulam Hamdani
  • ज़रा देखे कोई दैर-ओ-हरम को;<br/>
मेरा वो यार हरजाई कहाँ है!Upload to Facebook
    ज़रा देखे कोई दैर-ओ-हरम को;
    मेरा वो यार हरजाई कहाँ है!
    ~ Mushafi Ghulam Hamdani
  • अल्लाह-रे तेरे सिलसिला-ए-ज़ुल्फ़ की कशिश;<br/>
जाता है जी उधर ही खिंचा काएनात का!Upload to Facebook
    अल्लाह-रे तेरे सिलसिला-ए-ज़ुल्फ़ की कशिश;
    जाता है जी उधर ही खिंचा काएनात का!
    ~ Mushafi Ghulam Hamdani
  • आँखों को फोड़ डालूँ या दिल को तोड़ डालूँ;<br/>
या इश्क़ की पकड़ कर गर्दन मरोड़ डालूँ|
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    आँखों को फोड़ डालूँ या दिल को तोड़ डालूँ;
    या इश्क़ की पकड़ कर गर्दन मरोड़ डालूँ|
    ~ Mushafi Ghulam Hamdani