Sabihuddin Shaibi Hindi Shayari

  • सोचता हूँ मैं कि कुछ इस तरह रोना चाहिए;<br/>
अपने अश्कों से तेरा दामन भिगोना चाहिए!Upload to Facebook
    सोचता हूँ मैं कि कुछ इस तरह रोना चाहिए;
    अपने अश्कों से तेरा दामन भिगोना चाहिए!
    ~ Sabihuddin Shaibi