Wasim Barelvi Hindi Shayari

  • वैसे तो एक आँसू ही बहा कर मुझे ले जाए;<br />
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता!Upload to Facebook
    वैसे तो एक आँसू ही बहा कर मुझे ले जाए;
    ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता!
    ~ Wasim Barelvi
  • वो पूछता था मेरी आँख भीगने का सबब;</br>
मुझे बहाना बनाना भी तो नहीं आया!Upload to Facebook
    वो पूछता था मेरी आँख भीगने का सबब;
    मुझे बहाना बनाना भी तो नहीं आया!
    ~ Wasim Barelvi
  • चिराग घर का हो महफ़िल का हो कि मंदिर का;</br>
हवा के पास कोई मस्लहत नहीं होती!</br></br>
*मस्लहत: भला बुरा देख कर काम करनाUpload to Facebook
    चिराग घर का हो महफ़िल का हो कि मंदिर का;
    हवा के पास कोई मस्लहत नहीं होती!

    *मस्लहत: भला बुरा देख कर काम करना
    ~ Wasim Barelvi
  • झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गए;</br>
और मैं था कि सच बोलता रह गया!Upload to Facebook
    झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गए;
    और मैं था कि सच बोलता रह गया!
    ~ Wasim Barelvi
  • शाम तक सुब्ह की नज़रों से उतर जाते हैं;<br/>
इतने समझौतों पे जीते हैं कि मर जाते हैं!Upload to Facebook
    शाम तक सुब्ह की नज़रों से उतर जाते हैं;
    इतने समझौतों पे जीते हैं कि मर जाते हैं!
    ~ Wasim Barelvi
  • आते आते मेरा नाम सा रह गया;<br />
उस के होंठों पे कुछ काँपता रह गया!Upload to Facebook
    आते आते मेरा नाम सा रह गया;
    उस के होंठों पे कुछ काँपता रह गया!
    ~ Wasim Barelvi
  • हमारे घर का पता पूछने से क्या हासिल;<br/>
उदासियों की कोई शहरियत नहीं होती!<br/><br/>
*शहरियत: सभ्यता, शिष्टता, नागरिकता।Upload to Facebook
    हमारे घर का पता पूछने से क्या हासिल;
    उदासियों की कोई शहरियत नहीं होती!

    *शहरियत: सभ्यता, शिष्टता, नागरिकता।
    ~ Wasim Barelvi
  • दुख अपना अगर हम को बताना नहीं आता;<br/>
तुम को भी तो अंदाज़ा लगाना नहीं आता!Upload to Facebook
    दुख अपना अगर हम को बताना नहीं आता;
    तुम को भी तो अंदाज़ा लगाना नहीं आता!
    ~ Wasim Barelvi
  • वैसे तो इक आँसू भी बहाकर मुझे ले जाए;<br/>
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता!Upload to Facebook
    वैसे तो इक आँसू भी बहाकर मुझे ले जाए;
    ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता!
    ~ Wasim Barelvi
  • आते हैं आने दो ये तूफ़ान क्या ले जाएंगे;<br/>
मैं तो जब डरता कि मेरा हौसला ले जाएंगे!Upload to Facebook
    आते हैं आने दो ये तूफ़ान क्या ले जाएंगे;
    मैं तो जब डरता कि मेरा हौसला ले जाएंगे!
    ~ Wasim Barelvi