अरमान Hindi Shayari

  • यादों के भंवर में एक पल हमारा हो;<br/>
खिलते चमन में एक गुल हमारा हो;<br/>
जब याद करें आप अपने चाहने वालों को;<br/>
उन नामों में बस एक नाम हमारा हो।Upload to Facebook
    यादों के भंवर में एक पल हमारा हो;
    खिलते चमन में एक गुल हमारा हो;
    जब याद करें आप अपने चाहने वालों को;
    उन नामों में बस एक नाम हमारा हो।
  • तुम्हारी पसंद हमारी चाहत बन जाये;
    तुम्हारी मुस्कुराहट दिल की राहत बन जाये;
    खुदा खुशियों से इतना खुश कर दे आपको;
    कि आपको खुश देखना हमारी आदत बन जाये।
  • ज़माने भर की निगाहों में जो खुदा सा लगे;<br/>
वो अजनबी है मगर मुझ को आशना सा लगे;<br/>
न जाने कब मेरी दुनिया में मुस्कुराएगा;<br/>
वो  शख्स जो ख्वाबों में भी खफा सा लगे।Upload to Facebook
    ज़माने भर की निगाहों में जो खुदा सा लगे;
    वो अजनबी है मगर मुझ को आशना सा लगे;
    न जाने कब मेरी दुनिया में मुस्कुराएगा;
    वो शख्स जो ख्वाबों में भी खफा सा लगे।
    ~ Mohsin Naqvi
  • तेरी दुआ से कज़ा तो बदल नहीं सकती;
    मगर है इस से यह मुमकिन कि तू बदल जाये;
    तेरी दुआ है कि हो तेरी आरज़ू पूरी;
    मेरी दुआ है तेरी आरज़ू बदल जाये।

    अनुवाद:
    कज़ा = भाग्य
    ~ Allama Iqbal
  • कितने अरमानों को दफनाये बैठा हूँ;<br/>
कितने ज़ख्मों को दबाये बैठा हूँ;<br/>
मिलना मुश्किल है उनसे इस दौर में;<br/>
फिर भी दीदार की आस लगाये बैठा हूँ।Upload to Facebook
    कितने अरमानों को दफनाये बैठा हूँ;
    कितने ज़ख्मों को दबाये बैठा हूँ;
    मिलना मुश्किल है उनसे इस दौर में;
    फिर भी दीदार की आस लगाये बैठा हूँ।
  • खुश हैं वो हमें याद ना करके;
    हँस रहे हैं वो हमसे बात ना करके;
    ये हँसी उनके चेहरे से कभी ना जाये;
    खुदा करे वो हमारी मौत पे भी मुस्कुराएं।
  • वो एक पल ही काफी है जिसमे तुम शामिल हो;<br/>
उस पल से ज्यादा तो ज़िंदगी की ख्वाहिश ही नहीं मुझे।Upload to Facebook
    वो एक पल ही काफी है जिसमे तुम शामिल हो;
    उस पल से ज्यादा तो ज़िंदगी की ख्वाहिश ही नहीं मुझे।
  • पल भर के लिए अगर वो हमे अपना बना ले;
    अपनी ज़िंदगी का अगर वो सपना बना ले;
    फिर भले ही दम निकल जाये हमारा;
    बस एक रात के लिए वो मुझे अपना बना ले।
  • ख़्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की;<br/>
आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है।Upload to Facebook
    ख़्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की;
    आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है।
  • जिस चीज़ पे तू हाथ रखे वो चीज़ तेरी हो;
    और जिस से तू प्यार करे, वो तक़दीर मेरी हो।