हँसी ने लबों पे थिरकना छोड़ दिया है, ख्वाबों ने पलकों पे आना छोड़ दिया है, नही आती अब तो हिचकियाँ भी, शायद आप ने भी याद करना छोड़ दिया है! |
कैसे मिलेंगे हमें चाहने वाले बताइये, दुनिया खड़ी है राह में दीवार की तरह; वो बेवफ़ाई करके भी शर्मिंदा ना हुए, सजाएं मिली हमें गुनहगार की तरह। |
मैं समझा था कि लौट आते हैं जाने वाले, तू ने जाकर तो जुदाई मेरी क़िस्मत कर दी। |
किसी से जुदा होना इतना आसान होता तो, जिस्म से रूह को लेने फ़रिश्ते नहीं आते। |
मैं समझा था कि लौट आते हैं जाने वाले, तू ने जाकर तो जुदाई मेरी क़िस्मत कर दी। |
जुदा हुए हैं बहुत से लोग एक तुम भी सही, अब इतनी सी बात पे क्या जिंदगी हैरान करें। |
वक़्त का सितम तो देखिए; खुद गुज़र गया हमे वही छोड़ कर! |
कितना अजीब है ये फलसफा जिंदगी का; दूरियाँ सिखाती हैं कि, नज़दीकियाँ क्या होती हैं! |
कुछ नहीँ था मेरे पास खोने को; जब से मिले हो तुम डर गया हूँ मैँ | |
जब मिलो किसी से तो जरा दूर का रिश्ता रखना; बहुत तङपाते हैं अक्सर सीने से लगाने वाले! |