दर्द Hindi Shayari

  • दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के;<br/>

वो जा रहा है कोई शब-ए-ग़म गुज़ार के!<br/><br/>

* शब-ए-ग़म -  ग़म/दुख की रातUpload to Facebook
    दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के;
    वो जा रहा है कोई शब-ए-ग़म गुज़ार के!

    * शब-ए-ग़म - ग़म/दुख की रात
    ~ Faiz Ahmad Faiz
  • हम ग़म-ज़दा हैं लाएँ कहाँ से ख़ुशी के गीत;<br/>
देंगे वही जो पाएँगे इस ज़िंदगी से हम!Upload to Facebook
    हम ग़म-ज़दा हैं लाएँ कहाँ से ख़ुशी के गीत;
    देंगे वही जो पाएँगे इस ज़िंदगी से हम!
    ~ Sahir Ludhianvi
  • इक डूबती धड़कन की सदा लोग न सुन लें;<br/>
कुछ देर को बजने दो ये शहनाई ज़रा और!Upload to Facebook
    इक डूबती धड़कन की सदा लोग न सुन लें;
    कुछ देर को बजने दो ये शहनाई ज़रा और!
    ~ Aanis Moin
  • काश देखो कभी टूटे हुए आईनों को:<br/>
दिल शिकस्ता हो तो फिर अपना पराया क्या है!Upload to Facebook
    काश देखो कभी टूटे हुए आईनों को:
    दिल शिकस्ता हो तो फिर अपना पराया क्या है!
    ~ Obaidullah Aleem
  • ओ दिल तोड़ के जाने वाले दिल की बात बताता जा:<br/>
अब मैं दिल को क्या समझाऊँ मुझ को भी समझाता जा!Upload to Facebook
    ओ दिल तोड़ के जाने वाले दिल की बात बताता जा:
    अब मैं दिल को क्या समझाऊँ मुझ को भी समझाता जा!
    ~ Hafeez Jullundhari
  • हर वक़्त की आह-ओ-ज़ारी से दम भर तो ज़रा मिलती फ़ुर्सत;<br/> 
रोना ही मुक़द्दर था मेरा तो किस लिए मैं शबनम न हुआ!Upload to Facebook
    हर वक़्त की आह-ओ-ज़ारी से दम भर तो ज़रा मिलती फ़ुर्सत;
    रोना ही मुक़द्दर था मेरा तो किस लिए मैं शबनम न हुआ!
    ~ Sohail Azeemabadi
  • ऐसा भी कोई ग़म है जो तुम से नहीं पाया;<br/>
ऐसा भी कोई दर्द है जो दिल में नहीं है!Upload to Facebook
    ऐसा भी कोई ग़म है जो तुम से नहीं पाया;
    ऐसा भी कोई दर्द है जो दिल में नहीं है!
    ~ Saba Akbarabadi
  • तुम्हारा दिल मेरे दिल के बराबर हो नहीं सकता;<br/>
वो शीशा हो नहीं सकता ये पत्थर हो नहीं सकता!Upload to Facebook
    तुम्हारा दिल मेरे दिल के बराबर हो नहीं सकता;
    वो शीशा हो नहीं सकता ये पत्थर हो नहीं सकता!
    ~ Daagh Dehlvi
  • खोया खोया उदास सा होगा;<br/>
तुम से वो शख़्स जब मिला होगा!Upload to Facebook
    खोया खोया उदास सा होगा;
    तुम से वो शख़्स जब मिला होगा!
    ~ Balraj Komal
  • आँधियाँ गम की चली और कर्ब-बादल छा गए;<br/>
तुझ से कैसे हो मिलन सब रास्ते धुँदला गए!Upload to Facebook
    आँधियाँ गम की चली और कर्ब-बादल छा गए;
    तुझ से कैसे हो मिलन सब रास्ते धुँदला गए!
    ~ Aabida Urooj