दर्द Hindi Shayari

  • तमन्नाओ से खेल रहा है दिल;<BR/>
जीत मुमकिन नही, और हार मंजूर नही!
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    तमन्नाओ से खेल रहा है दिल;
    जीत मुमकिन नही, और हार मंजूर नही!
  • वो उम्र भर कहते रहे तुम्हारे सीने में दिल ही नहीं;<br/>
दिल का दौरा क्या पड़ा, ये दाग भी धुल गया!Upload to Facebook
    वो उम्र भर कहते रहे तुम्हारे सीने में दिल ही नहीं;
    दिल का दौरा क्या पड़ा, ये दाग भी धुल गया!
  • ये शायरीयाँ कुछ और नहीं बेइंतहा इश्क है;<br/>
तड़प उनकी उठती है और दर्द लफ्जों में उतर आता है!
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    ये शायरीयाँ कुछ और नहीं बेइंतहा इश्क है;
    तड़प उनकी उठती है और दर्द लफ्जों में उतर आता है!
  • तुम मेरे हो ऐसी हम जिद नही करेंगे;<br/>
मगर हम तुम्हारे ही रहेंगे ये तो हम हक से कहेंगे!Upload to Facebook
    तुम मेरे हो ऐसी हम जिद नही करेंगे;
    मगर हम तुम्हारे ही रहेंगे ये तो हम हक से कहेंगे!
  • न जाने कौन सा आसब दिल में बसता है,<br/>
के जो भी ठहरा वो आखिर मकान छोड़ गया!Upload to Facebook
    न जाने कौन सा आसब दिल में बसता है,
    के जो भी ठहरा वो आखिर मकान छोड़ गया!
    ~ Parveen Shakir
  • कदम-कदम पे नया इम्तहान रखती है;<br/>
जिंदगी तू भी मेरा कितना ध्यान रखती है!Upload to Facebook
    कदम-कदम पे नया इम्तहान रखती है;
    जिंदगी तू भी मेरा कितना ध्यान रखती है!
  • आज पी लेने दे साक़ी मुझे जी लेने दे;<br/>
कल मिरी रात ख़ुदा जाने कहाँ गुज़रेगी!Upload to Facebook
    आज पी लेने दे साक़ी मुझे जी लेने दे;
    कल मिरी रात ख़ुदा जाने कहाँ गुज़रेगी!
    ~ Wasim Barelvi
  • बारिश की तरह कोई बरसता रहे मुझ पर;<br/>
मिट्टी की तरह मैं भी महकती चली जाऊंगी!Upload to Facebook
    बारिश की तरह कोई बरसता रहे मुझ पर;
    मिट्टी की तरह मैं भी महकती चली जाऊंगी!
  • अच्छा है दिल के साथ रहे पासबान-ए-अक़्ल;<br/>
लेकिन कभी कभी इसे तन्हा भी छोड़ दे!Upload to Facebook
    अच्छा है दिल के साथ रहे पासबान-ए-अक़्ल;
    लेकिन कभी कभी इसे तन्हा भी छोड़ दे!
    ~ Allama Iqbal
  • पतझड़ की कहानियाँ सुना सुना के उदास ना कर,<br/>
नए मौसमों का पता बता, जो गुज़र गया सो गुज़र गया!Upload to Facebook
    पतझड़ की कहानियाँ सुना सुना के उदास ना कर,
    नए मौसमों का पता बता, जो गुज़र गया सो गुज़र गया!
    ~ Bashir Badr