दोस्ती वो नहीं जो जान देती है; दोस्ती वो भी नहीं जो मुस्कान देती है; अरे सच्ची दोस्ती तो वो है; जो पानी में गिरा हुआ आंसू भी पहचान लेती है। |
हम वो नहीं जो दिल तोड़ देंगे; थाम कर हाथ साथ छोड़ देंगे; हम दोस्ती करते हैं पानी और मछली की तरह; जुदा करना चाहे कोई तो हम दम तोड़ देंगे। |
एक मुलाक़ात करो हमसे इनायत समझकर; हर चीज़ का हिसाब देंगे क़यामत समझकर; मेरी दोस्ती पे कभी शक ना करना; हम दोस्ती भी करते है इबादत समझकर। |
आज रब से मुलाकात की; थोड़ी सी आपके बारे में बात की; मैंने कहा क्या दोस्त है; क्या किस्मत पाई है; रब ने कहा संभाल के रखना; मेरी पसंद है, जो तेरे हिस्से में आई है। |
कितना कुछ जानता होगा वो सख्श मेरे बारे में; मेरे मुस्कुराने पर भी जिसने पूछ लिया कि तुम उदास क्यूँ हो? |
आप से दूर होकर हम जाएंगे कहाँ; आप जैसा दोस्त हम पाएंगे कहाँ; दिल को कैसे भी संभाल लेंगे; पर आँखों के आंसू हम छिपाएंगे कहाँ। |
किसी को पाने में वक़्त लगता है; किसी को अपनाने में वक़्त लगता है; हमने बहुत पहले मांगी थी आपकी दोस्ती; पर खुदा ने कहा अनमोल चीज को पाने में वक़्त लगता है। |
दोस्त की अहमियत समझो तो दोस्ती करना; दर्द की अहमियत समझो तो मोहब्बत करना; वादे की अहमियत समझो तो उसे पूरा करना; ओर हमारी अहमियत समझो तो याद ज़रूर करना! |
कमजोरियां मत ढूंढ मुझ में तू दोस्त मेरे एक तू भी शामिल है मेरी कमजोरियों में! |
फिर न सिमटेगी अगर दोस्ती बिखर जायेगी; ज़िन्दगी जुल्फ नहीं जो फिर से संवर जायेगी; जो ख़ुशी दे तुम्हें थाम लो दामन उसका; ज़िन्दगी रो कर नहीं हंस कर गुज़र जायेगी! |