हास्य Hindi Shayari

  • पंख लगाकर मेरे ख्वाबों को ले जाओ कहीं दूर;
    नालायक रात में आते हैं, और सोने भी नहीं देते!
  • बेवफा तुम हो तो वफादार हम भी नहीं;
    बेशर्म तुम हो तो शर्म दार हम भी नहीं;
    प्यार के इस मोड़ पर आकर कहती हो शादी शुदा हो?
    तो कुंवारे हम भी नहीं!
  • उसूल-ए-वफ़ा:
    ये मोहब्बत नहीं, उसूल-ए-वफ़ा है;
    ऐ दोस्त, हम जान तो दे देंगे मगर अपनी जान का नंबर नहीं देंगे!
  • सोचता हूँ कंजूसों का एक डिपार्टमेंट बनाऊ;
    चेयरमैन की कुर्सी पर आपको बिठाऊ;
    दुनिया से आप को चंदा दिलवाऊ;
    ताकि आप से कुछ मैसेज्स तो ले पाऊ!
  • तुम्हारा हर मैसेज मेरे रोम रोम में गुदगुदी पैदा करता है;
    जब भी मैं पढता हूं, मेरा दिल जोर से धड़कता है;
    लेकिन क्या करें, कसूर तुम्हारा नहीं है;
    यह मोबाइल ही 'वाईबरेशन मोड' पर चलता है!
  • देना है ये दिल किसी को दान में, यारो;
    है कोई मस्त माल ध्यान में, तो बताओ!
  • वो भी क्या दिन थे, जब हम हसीनों से गले मिला करते थे;<br />
यह उन दिनों कि बात है, जब हम दो साल के हुआ करते थे!
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    वो भी क्या दिन थे, जब हम हसीनों से गले मिला करते थे;
    यह उन दिनों कि बात है, जब हम दो साल के हुआ करते थे!
  • फ़ोन के रिश्ते भी अजीब होते हैं;
    बैलेंस रखकर भी लोग गरीब होते हैं;
    खुद तो मैसेज करते नहीं;
    मुफ्त के मैसेज पढ़ने के शौक़ीन होते हैं!
  • उसने हाथों पर मेहंदी लगा रखी थी;
    हमने भी अपनी बारात सजा रखी थी;
    क्यूंकि हमें मालूम था वो बेवफा निकलेगी;
    इसलिए हमने भी उसकी सहेली पटा रखी थी!
  • इतने कमज़ोर हुए तेरी जुदाई में;
    जर्रा गौर फर्रमाँइए:
    इतने कमज़ोर हुए तेरी जुदाई में;
    कि चींटी भी अब खींच ले जाती है 'चारपाई' से!