कमाल करते हैं हमसे जलन रखने वाले; महफिलें खुद की सजाते हैं और चर्चे हमारे करते हैं! |
एक पल में एक सदी का मज़ा हमसे पूछिए; दो दिन की ज़िन्दगी का मज़ा हमसे पूछिए! |
मेरी आवाज़ ही पर्दा है मेरे चेहरे का; मैं हूँ ख़ामोश जहाँ, मुझको वहाँ से सुनिए! |
कल तुझसे बिछड़ने का फैंसला कर लिया था; आज अपने ही दिल को रिश्वत दे रहा हूँ! |
उसके सिवा किसी और को चाहना मेरे बस में नहीं; ये दिल उसका है, अपना होता तो बात और थी! |
तुम्हारा होना इतवार के दिन जैसा है; कुछ सूझता नहीं बस अच्छा लगता है! |
सिर्फ बिछड़ जाने से ही तो रिश्ता खतम नहीं होता; प्यार वो कुआ है जिसका पानी कभी कम नहीं होता! |
हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले हैं; पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं! |
ना जाने कितनी अनकही बातें, कितनी हसरतें साथ ले जाएगें; लोग झूठ कहते हैं कि, खाली हाथ आए थे और खाली हाथ जाएगें! |
फिर उड़ गयी नींद ये सोच कर, सरहद पर बहा वो ख़ून मेरी नींद के लिए था। |