अरमान Hindi Shayari

  • तेरे गमों को तेरी ख़ुशी कर दें,<br/>
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दें;<br/>
जब भी टूटने लगें तेरी साँसे,<br/>
खुदा तुझमें शामिल मेरी जिंदगी कर दे।Upload to Facebook
    तेरे गमों को तेरी ख़ुशी कर दें,
    हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दें;
    जब भी टूटने लगें तेरी साँसे,
    खुदा तुझमें शामिल मेरी जिंदगी कर दे।
  • काश एक दिन ऐसा भी आये;<br/>
तू मुझ से लिपट कर कहे बस और नहीं रहा जाता तेरे बिना!Upload to Facebook
    काश एक दिन ऐसा भी आये;
    तू मुझ से लिपट कर कहे बस और नहीं रहा जाता तेरे बिना!
  • तेरा नाम लूँ जुबां से तेरे आगे ये सिर झुका दूँ;<br/>
मेरा इश्क़ कह रहा है, मैं तुझे खुदा बना दूँ!Upload to Facebook
    तेरा नाम लूँ जुबां से तेरे आगे ये सिर झुका दूँ;
    मेरा इश्क़ कह रहा है, मैं तुझे खुदा बना दूँ!
  • तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है, तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है;<br/>
खूबसूरती की इंतेहा है तू, तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है!Upload to Facebook
    तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है, तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है;
    खूबसूरती की इंतेहा है तू, तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है!
  • मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल;<br/>
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का!Upload to Facebook
    मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल;
    वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का!
  • ये देखो फिर से आ गईं फूलों पे तितलियाँ;<br/>
इक रोज़ वो भी आएगा अफ़्सोस मत करो!Upload to Facebook
    ये देखो फिर से आ गईं फूलों पे तितलियाँ;
    इक रोज़ वो भी आएगा अफ़्सोस मत करो!
    ~ Bashir Badr
  • सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ;
    ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ!
    ~ Khwaja Meer Dard
  • काश एक ख्वाहिश हो पूरी इबादत के बगैर;<br/>
वो आकर गले लगा ले मेरी इज़ाज़त के बगैर!Upload to Facebook
    काश एक ख्वाहिश हो पूरी इबादत के बगैर;
    वो आकर गले लगा ले मेरी इज़ाज़त के बगैर!
  • कहानी लिखते हुए दास्ताँ सुनाते हुए;<br/>
वो सो गया है मुझे ख़्वाब से जगाते हुए!Upload to Facebook
    कहानी लिखते हुए दास्ताँ सुनाते हुए;
    वो सो गया है मुझे ख़्वाब से जगाते हुए!
    ~ Saleem Kausar
  • मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी;
    किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी!
    ~ Bashir Badr