ज़िन्दगी Hindi Shayari

  • हीरों की बस्ती में हमने कांच ही कांच बटोरे हैं;
    कितने लिखे फ़साने, फिर भी सारे कागज़ कोरे है।
  • आराम से कट रही थी तो अच्छी थी;
    जिंदगी तू कहाँ इन आँखों की बातों में आ गयी!
  • दुनियाँ में इतनी रस्में क्यों हैं;<br/>
प्यार अगर ज़िंदगी है तो इसमें कसमें क्यों हैं;<br/>
हमें बताता क्यों नहीं ये राज़ कोई;<br/>
दिल अगर अपना है तो किसी और के बस में क्यों है। Upload to Facebook
    दुनियाँ में इतनी रस्में क्यों हैं;
    प्यार अगर ज़िंदगी है तो इसमें कसमें क्यों हैं;
    हमें बताता क्यों नहीं ये राज़ कोई;
    दिल अगर अपना है तो किसी और के बस में क्यों है।
  • ​रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ है जिन्दगी की​;<br/>
कि सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है​।Upload to Facebook
    ​रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ है जिन्दगी की​;
    कि सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है​।
  • यहाँ मज़दूर को मरने की जल्दी यूँ भी है;<br/>
कि ज़िंदगी की कश्मकश में कफ़न महंगा ना हो जाए।Upload to Facebook
    यहाँ मज़दूर को मरने की जल्दी यूँ भी है;
    कि ज़िंदगी की कश्मकश में कफ़न महंगा ना हो जाए।
  • शायद यह वक़्त हम से कोई चाल चल गया;<br/>
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढ़ल गया;<br/>
अश्क़ों की चाँदनी से थी बेहतर वो धूप ही;<br/>
चलो उसी मोड़ से शुरू करें फिर से जिंदगी ।Upload to Facebook
    शायद यह वक़्त हम से कोई चाल चल गया;
    रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढ़ल गया;
    अश्क़ों की चाँदनी से थी बेहतर वो धूप ही;
    चलो उसी मोड़ से शुरू करें फिर से जिंदगी ।
  • ​तु ही बता ​ए ज़िंदगी;
    इस ज़िंदगी का क्या होगा;
    कि हर पल मरने वालों को;
    जीने के लिए भी वक़्त नहीं।
  • ज़िंदगी हसीं है इससे प्यार करो;<br/>हर रात की नयी सुबह का इंतज़ार करो;<br/>
वो पल भी आएगा, जिसका आपको इंतज़ार है;<br/>बस अपने रब पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करो।Upload to Facebook
    ज़िंदगी हसीं है इससे प्यार करो;
    हर रात की नयी सुबह का इंतज़ार करो;
    वो पल भी आएगा, जिसका आपको इंतज़ार है;
    बस अपने रब पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करो।
  • ​रूठी सी ज़िन्दगी को मनाना तो आता है​;​​​​<br/>लोगों को ​हँसाना तो आता है​;​​<br/>
क्या हुआ जो न बस सके किसी के दिल में​;​​<br/>लोगों को अपने दिल में बसाना तो आता है।Upload to Facebook
    ​रूठी सी ज़िन्दगी को मनाना तो आता है​;​​​​
    लोगों को ​हँसाना तो आता है​;​​
    क्या हुआ जो न बस सके किसी के दिल में​;​​
    लोगों को अपने दिल में बसाना तो आता है।
  • जीवन में ज़ख्म बड़े नहीं होते हैं;<br/>
उनको भरने वाले बड़े होते हैं;<br/>
रिश्ते बड़े नहीं होते हैं;<br/>
लेकिन रिश्तों को निभाने वाले बड़े होते हैं।Upload to Facebook
    जीवन में ज़ख्म बड़े नहीं होते हैं;
    उनको भरने वाले बड़े होते हैं;
    रिश्ते बड़े नहीं होते हैं;
    लेकिन रिश्तों को निभाने वाले बड़े होते हैं।