दर्द Hindi Shayari

  • तुझ से बिछड़ कर भी ज़िंदा था;
    मर मर कर ये ज़हर पिया है!
    चुप रहना आसान नहीं था;
    बरसों दिल का ख़ून किया है!
    जो कुछ गुज़री जैसी गुज़री;
    तुझ को कब इल्ज़ाम दिया है!
    अपने हाल पे ख़ुद रोया हूँ;
    ख़ुद ही अपना चाक सिया है!
    कितनी जाँकाही से मैं ने;
    तुझ को दिल से महव किया है!
    सन्नाटे की झील में तू ने;
    फिर क्यों पत्थर फेंक दिया है!
    ~ अहमद फ़राज़
  • आगे आती थी हाल-ए-दिल पे हँसी;
    अब किसी बात पर नहीं आती!
    है कुछ ऐसी ही बात जो चुप हूँ;
    वर्ना क्या बात कर नहीं आती!!
    ~ मिर्ज़ा ग़ालिब
  • इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जाना;
    दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना!
    ~ मिर्ज़ा ग़ालिब
  • दर्द जब दिल में हो तो दवा दीजिए;
    दिल ही जब दर्द हो तो क्या कीजिए!
    ~ मिर्ज़ा ग़ालिब
  • तेरे पास से जो गुज़रे तो जूनून में थे;
    जब दूर जाके सोचा तो ज़ार-ज़ार रोये!
    ~ फ़राज़ साहब
  • रफ़्ता रफ़्ता ये पल भी गुज़र जाएगा,
    शाम होते ही परिंदा सज़र जाएगा;
    जरूरी नहीं हर आशिक़ को जहर ही पिलाना,
    इश्क़ में है वो ख़ुद तड़प के मर जाएगा!
    ~ Elma Hashim
  • ये कफ़न ये कब्र ये जनाज़े रस्म-ऐ-शरियत है इक़बाल;
    मर तो इन्सान तभी जाता है जब कोई याद करने वाला ना हो!
    ~ Shan Ahir
  • मैंने तो वो खोया जो मेरा कभी था ही नहीं,
    पर तुमने तो वो खोया जो हमेशा से सिर्फ तुम्हारा ही था!
    ~ शशांक
  • मोहब्बत का रिश्ता कितना अजीब है साहब;
    दिल तकलीफ़ में है, और तकलीफ़ देने वाला दिल में!
    ~ अजय सिंह
  • दिल ने सोचा था कि टूट कर चाहेंगे उसे;
    सच मानो.. टूटे भी बहुत और चाहा भी बहुत..!
    ~ Sudesh Suryavanshi