दर्द Hindi Shayari

  • अल्फ़ाज़ चुराने की ज़रूरत ही ना पड़ी कभी;
    तेरे बे-हिसाब ख्यालों ने बे-तहाशा लफ्ज़ दिए।
  • किस ख़त में लिख कर भेजूं अपने इंतज़ार को तुम्हें;
    बेजुबां हैं इश्क़ मेरा और ढूंढता है ख़ामोशी से तुझे।
  • इश्क़ में हमने वही किया जो फूल करते हैं बहारों में;
    खामोशी से खिले, महके और फिर बिखर गए।
  • खुशनसीब हैं बिखरे हुए यह ताश के पत्ते;
    बिखरने के बाद उठाने वाला तो कोई है इनको।
  • कभी थक जाओ तुम दुनिया की महफ़िलों से,
    हमें आवाज़ दे देना, हम अक्सर अकेले होते हैं।
  • हमने कब माँगा है तुमसे वफाओं का सिलसिला;<br/>
बस दर्द देते रहा करो, मोहब्बत बढ़ती जायेगी।Upload to Facebook
    हमने कब माँगा है तुमसे वफाओं का सिलसिला;
    बस दर्द देते रहा करो, मोहब्बत बढ़ती जायेगी।
  • भरे बाज़ार से अक्सर मैं ख़ाली हाथ आता हूँ,<br/>
कभी ख्वाहिश नहीं होती कभी पैसे नहीं होते।Upload to Facebook
    भरे बाज़ार से अक्सर मैं ख़ाली हाथ आता हूँ,
    कभी ख्वाहिश नहीं होती कभी पैसे नहीं होते।
  • कहाँ माँग ली थी कायनात मैंने, जो इतना दर्द मिला;
    ज़िन्दगी में पहली बार खुदा तुझसे ज़िन्दगी ही तो मांगी थी।
  • डूबी हैं मेरी उँगलियाँ मेरे ही खून में,<br/>
ये काँच के टुकड़ों पर भरोसे की सजा है।Upload to Facebook
    डूबी हैं मेरी उँगलियाँ मेरे ही खून में,
    ये काँच के टुकड़ों पर भरोसे की सजा है।
  • दर्द सहने की इतनी आदत सी हो गई है,<br/>
कि अब दर्द ना मिले तो बहुत दर्द होता है।Upload to Facebook
    दर्द सहने की इतनी आदत सी हो गई है,
    कि अब दर्द ना मिले तो बहुत दर्द होता है।