दोस्ती Hindi Shayari

  • दोस्ती इंसान की ज़रुरत है;
    दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है;
    आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ;
    वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।
  • दोस्ती इंसान की ज़रुरत है;<br/>
दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है;<br/>
आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ;<br/>
वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।Upload to Facebook
    दोस्ती इंसान की ज़रुरत है;
    दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है;
    आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ;
    वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।
  • खुदा ने दोस्त को दोस्त से मिलाया;
    दोस्तों के लिए दोस्ती का रिस्ता बनाया;
    पर कहते है दोस्ती रहेगी उसकी कायम;
    जिसने दोस्ती को दिल से निभाया!
  • दोस्ती नहीं है किसी दौलत की मोहताज;<br/>
कृष्ण के अलावा कौन सी दौलत थी सुदामा के पास!Upload to Facebook
    दोस्ती नहीं है किसी दौलत की मोहताज;
    कृष्ण के अलावा कौन सी दौलत थी सुदामा के पास!
  • खुदा ने दोस्त को दोस्त से मिलाया;
    दोस्तों के लिए दोस्ती का रिश्ता बनाया;
    पर कहते हैं दोस्ती रहेगी उसकी कायम;
    जिसने दोस्ती को दिल से निभाया!
  • हुनर बताते अगर उसके ऐब को हम भी;<br/>
तो दोस्तों में हमें भी शुमार कर लेता!Upload to Facebook
    हुनर बताते अगर उसके ऐब को हम भी;
    तो दोस्तों में हमें भी शुमार कर लेता!
  • गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा कर लाए थे;<br/>
खिलखिलाना दोस्तों से तोहफ़े में मिल गया।Upload to Facebook
    गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा कर लाए थे;
    खिलखिलाना दोस्तों से तोहफ़े में मिल गया।
  • रिश्तों से बड़ी चाहत क्या होगी;
    दोस्ती से बड़ी इबादत क्या होगी;
    जिसे दोस्त मिल जाये आप जैसा;
    उसे ज़िन्दगी से शिकायत क्या होगी!
  • मेरी आवाज को महफूज कर लो, मेरे दोस्तों;<br/>
मेरे बाद बहुत सन्नाटा होगा, तुम्हारी महफ़िल में!Upload to Facebook
    मेरी आवाज को महफूज कर लो, मेरे दोस्तों;
    मेरे बाद बहुत सन्नाटा होगा, तुम्हारी महफ़िल में!
  • जो दिल को अच्छा लगता है उसी को दोस्त कहता हूँ,
    मुनाफ़ा देखकर मैं रिश्तों की सियासत नहीं करता।