बेवफ़ाई Hindi Shayari

  • उसे लगता है उसकी चालाकियाँ मुझे समझ नही आती;<br/>
मैं बड़ी खामोशी से देखता हूँ उसे अपनी नज़रों से गिरते हुए।Upload to Facebook
    उसे लगता है उसकी चालाकियाँ मुझे समझ नही आती;
    मैं बड़ी खामोशी से देखता हूँ उसे अपनी नज़रों से गिरते हुए।
  • 'एहसान' ऐसा तलख जवाब-ए-वफ़ा मिला;
    हम इस के बाद फिर कोई अरमां न कर सके।
    ~ Ehsaan Danish
  • एक बेवफा के ज़ख्मों पर मरहम लगाने हम गए;
    मरहम की कसम मरहम न मिला मरहम की जगह मर हम गए।
  • जीने की तमन्ना बची कहाँ है;
    भुलाया जो है हमें आपने;
    यह तो बेवफ़ाई की हद ही है;
    जिसे पार किया था हमने।
  • फ़र्ज़ था जो मेरा निभा दिया मैंने;<br/>
उसने माँगा वो सब दे दिया मैंने;<br/>
वो सुनके गैरों की बातें बेवफ़ा हो गयी;<br/>
समझ के ख्वाब उसको आखिर भुला दिया मैंने।Upload to Facebook
    फ़र्ज़ था जो मेरा निभा दिया मैंने;
    उसने माँगा वो सब दे दिया मैंने;
    वो सुनके गैरों की बातें बेवफ़ा हो गयी;
    समझ के ख्वाब उसको आखिर भुला दिया मैंने।
  • मेरी तलाश का जुर्म है या मेरी वफा का क़सूर;<br/>
जो दिल के करीब आया वही बेवफा निकला।Upload to Facebook
    मेरी तलाश का जुर्म है या मेरी वफा का क़सूर;
    जो दिल के करीब आया वही बेवफा निकला।
  • ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते;
    दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ जाते;
    चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला;
    सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते।
  • लम्हा लम्हा सांसें ख़तम हो रही हैं;
    ज़िंदगी मौत के पहलू में सो रही है;
    उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह;
    वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है।
  • मैंने कहा मुझे छोड़ दो या तोड़ दो;
    वो बेवफ़ा हँस के बोली, "इतने नायाब तोहफ़े रोज़-रोज़ नहीं मिला करते।"
  • कहते थे जो तेरी खातिर जान भी लुटा देंगे;
    आज कहते हैं मेरा हाथ छोड़ दो इज्जत का सवाल है।