अपनी ख़ुद्दारी तो पामाल नहीं कर सकते; उस का नंबर है मगर काल नहीं कर सकते! |
गुज़रे हैं आज इश्क़ में कुछ ऐसे मुकाम से; वो छोड़ गए हमको बस ज़रा सी सर्दी ज़ुकाम से! |
मिजाज़ ए इश्क़ होम्योपैथिक है उनका, ना सुइयाँ, ना बोतल, ना एक्सरे, ना दाखिला; हम दर्द बयाँ करते रहे और वो मीठी गोलियाँ देते रहे! |
कितना शरीफ शख्स है पत्नी पर फिदा है, कितना शरीफ शख्स है पत्नी पर फिदा है; और उस पर यह गज़ब की अपनी पर फिदा है! |
वो उम्र भर कहते रहे तुम्हारे "सीने में दिल" ही नहीं; दिल का दौरा" क्या पड़ा, ये दाग भी धुल गया! |
जिंदगी दिन प्रतिदिन मजदूर हुई जा रही है, और लोग 'इंजीनियर साहब' कहके ताने दिए जा रहे हैं। |
मच्छर ने आपको काटा ये उसका जुनून था, मच्छर ने आपको काटा ये उसका जुनून था, फिर आपने वहाँ खुजाया ये आपका सुकून था, चाह कर भी आप उसे मार नहीं पाये, ग़ौर फ़रमाइये हुज़ूर चाह कर भी आप उसे मार नहीं पाये, क्योंकि उसकी रगों में आप ही का ख़ून था। |
अर्ज़ किया है चुप-चाप चल रहा था मैं मंज़िल की ओर, फिर ठेके पर नज़र पड़ी और हम गुमराह हो गए। |
प्यारा सा चेहरा, मीठी सी आवाज़; मासूम सा दिल, स्वीट सी मुस्कान; परफेक्ट पेर्सोनलिटी, खुसमिजाज अंदाज़; ये तो हुई मेरी बात... और बताओ कैसे हो आप? |
अर्ज़ किया है: वो कहती अपने भाइयों से, मेरे आशिक़ को यूँ ना पीटो; ज़रा गौर फरमाइये: वो कहती अपने भाइयों से, मेरे आशिक़ को यूँ ना पीटो; बड़ा ज़िद्दी है ये कमीना, पहले कुत्ते की तरह घसीटो। |