Arzoo Lakhnavi Hindi Shayari

  • पूछा जो उन से चाँद निकलता है किस तरह;</br>
ज़ुल्फ़ों को रुख़ पे डाल के झटका दिया कि यूँ!Upload to Facebook
    पूछा जो उन से चाँद निकलता है किस तरह;
    ज़ुल्फ़ों को रुख़ पे डाल के झटका दिया कि यूँ!
    ~ Arzoo Lakhnavi
  • भोली बातों पे तेरी दिल को यकीन;</br>
पहले आता था अब नहीं आता!Upload to Facebook
    भोली बातों पे तेरी दिल को यकीन;
    पहले आता था अब नहीं आता!
    ~ Arzoo Lakhnavi
  • भोले बन कर हाल न पूछ बहते हैं अश्क तो बहने दो;</br>
जिस से बढ़े बेचैनी दिल की ऐसी तसल्ली रहने दो!Upload to Facebook
    भोले बन कर हाल न पूछ बहते हैं अश्क तो बहने दो;
    जिस से बढ़े बेचैनी दिल की ऐसी तसल्ली रहने दो!
    ~ Arzoo Lakhnavi
  • किसने भीगे हुए बालों से ये झटका पानी;<br />
झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी!
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    किसने भीगे हुए बालों से ये झटका पानी;
    झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी!
    ~ Arzoo Lakhnavi
  • लुत्फ-ए-बहार कुछ नहीं गो है वही बहार;<br/>
दिल क्या उजड़ गया कि जमाना उजड़ गया!<br/><br/>
लुत्फ: आनन्द, मजाUpload to Facebook
    लुत्फ-ए-बहार कुछ नहीं गो है वही बहार;
    दिल क्या उजड़ गया कि जमाना उजड़ गया!

    लुत्फ: आनन्द, मजा
    ~ Arzoo Lakhnavi