Majrooh Sultanpuri Hindi Shayari

  • बहाने और भी होते जो ज़िंदगी के लिए;<br/>
हम एक बार तेरी आरज़ू भी खो देते!Upload to Facebook
    बहाने और भी होते जो ज़िंदगी के लिए;
    हम एक बार तेरी आरज़ू भी खो देते!
    ~ Majrooh Sultanpuri
  • ग़म-ए-हयात ने आवारा कर दिया वर्ना,<br/>
थी आरजू तेरे दर पे सुबह-ओ-शाम करें!<br/><br/>


ग़म-ए-हयात  =  ज़िन्दगी का ग़मUpload to Facebook
    ग़म-ए-हयात ने आवारा कर दिया वर्ना,
    थी आरजू तेरे दर पे सुबह-ओ-शाम करें!

    ग़म-ए-हयात = ज़िन्दगी का ग़म
    ~ Majrooh Sultanpuri
  • सैर-ए-साहिल कर चुके ऐ मौज-ए-साहिल सिर ना मार;<br/>
तुझ से क्या बहलेंगे तूफानों के बहलाए हुए!Upload to Facebook
    सैर-ए-साहिल कर चुके ऐ मौज-ए-साहिल सिर ना मार;
    तुझ से क्या बहलेंगे तूफानों के बहलाए हुए!
    ~ Majrooh Sultanpuri
  • बचा लिया मुझे तूफां की मौज ने वर्ना;<br/>
किनारे वाले सफीना मेरा डुबो देते।<br/><br/>
अर्थ:<br/>
सफीना - नावUpload to Facebook
    बचा लिया मुझे तूफां की मौज ने वर्ना;
    किनारे वाले सफीना मेरा डुबो देते।

    अर्थ:
    सफीना - नाव
    ~ Majrooh Sultanpuri
  • मैं अकेला ही चला था जानिबे-मंजिल मगर;<br/>
लोग आते गए और कारवां बनता गया।Upload to Facebook
    मैं अकेला ही चला था जानिबे-मंजिल मगर;
    लोग आते गए और कारवां बनता गया।
    ~ Majrooh Sultanpuri
  • दुनिया करे सवाल तो हम क्या जवाब दें;<br/>
तुमको ना हो ख्याल तो हम क्या जवाब दें।Upload to Facebook
    दुनिया करे सवाल तो हम क्या जवाब दें;
    तुमको ना हो ख्याल तो हम क्या जवाब दें।
    ~ Majrooh Sultanpuri
  • अलग बैठे थे फिर भी आँख साकी की पड़ी मुझ पर;<br/>
अगर है तिश्नगी कामिल तो पैमाने भी आयेंगे। <br/><br/>

अर्थ:<br/>
तिश्नगी -  प्यास, पिपासा, तृष्णा, लालसा, अभिलाषा, इश्तियाक <br/>
कामिल - पूरा, सम्पूर्ण, मुकम्मल <br/>
पैमाने - शराब का गिलास, पानपात्रUpload to Facebook
    अलग बैठे थे फिर भी आँख साकी की पड़ी मुझ पर;
    अगर है तिश्नगी कामिल तो पैमाने भी आयेंगे।

    अर्थ:
    तिश्नगी - प्यास, पिपासा, तृष्णा, लालसा, अभिलाषा, इश्तियाक
    कामिल - पूरा, सम्पूर्ण, मुकम्मल
    पैमाने - शराब का गिलास, पानपात्र
    ~ Majrooh Sultanpuri