Nasir Kazmi Hindi Shayari

  • वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का;<br/>
जो पिछली रात से याद आ रहा है!Upload to Facebook
    वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का;
    जो पिछली रात से याद आ रहा है!
    ~ Nasir Kazmi
  • जुदाइयों के ज़ख़्म दर्द-ए-ज़िंदगी ने भर दिए;</br>
तुझे भी नींद आ गई मुझे भी सब्र आ गया!Upload to Facebook
    जुदाइयों के ज़ख़्म दर्द-ए-ज़िंदगी ने भर दिए;
    तुझे भी नींद आ गई मुझे भी सब्र आ गया!
    ~ Nasir Kazmi
  • ये सुब्ह की सफ़ेदियाँ ये दोपहर की ज़र्दियाँ;</br>
अब आईने में देखता हूँ मैं कहाँ चला गया!Upload to Facebook
    ये सुब्ह की सफ़ेदियाँ ये दोपहर की ज़र्दियाँ;
    अब आईने में देखता हूँ मैं कहाँ चला गया!
    ~ Nasir Kazmi
  • इस क़दर रोया हूँ तेरी याद में;</br>
आईने आँखों के धुँधले हो गए!Upload to Facebook
    इस क़दर रोया हूँ तेरी याद में;
    आईने आँखों के धुँधले हो गए!
    ~ Nasir Kazmi
  • आज देखा है तुझ को देर के बाद;<br/>
आज का दिन गुज़र न जाए कहीं!Upload to Facebook
    आज देखा है तुझ को देर के बाद;
    आज का दिन गुज़र न जाए कहीं!
    ~ Nasir Kazmi
  • उस ने मंज़िल पे ला के छोड़ दिया;<br/>
उम्र भर जिस का रास्ता देखा!Upload to Facebook
    उस ने मंज़िल पे ला के छोड़ दिया;
    उम्र भर जिस का रास्ता देखा!
    ~ Nasir Kazmi
  • जिन्हें हम देख कर जीते थे 'नासिर';<br/>
वो लोग आँखों से ओझल हो गए हैं!Upload to Facebook
    जिन्हें हम देख कर जीते थे 'नासिर';
    वो लोग आँखों से ओझल हो गए हैं!
    ~ Nasir Kazmi
  • दिल धड़कने का सबब याद आया;<br/>
वो तेरी याद थी अब याद आया!Upload to Facebook
    दिल धड़कने का सबब याद आया;
    वो तेरी याद थी अब याद आया!
    ~ Nasir Kazmi
  • आरज़ू है कि तू यहाँ आए;<br/>
और फिर उम्र भर न जाए कहीं!Upload to Facebook
    आरज़ू है कि तू यहाँ आए;
    और फिर उम्र भर न जाए कहीं!
    ~ Nasir Kazmi
  • दयार-ए-दिल की राह में चराग़ सा जला गया;<br/>
मिला नहीं तो क्या हुआ, वो शक़्ल तो दिखा गया!Upload to Facebook
    दयार-ए-दिल की राह में चराग़ सा जला गया;
    मिला नहीं तो क्या हुआ, वो शक़्ल तो दिखा गया!
    ~ Nasir Kazmi