इश्क Hindi Shayari

  • अब तक ख़बर न थी कि मोहब्बत गुनाह है;<br/>
अब जान कर गुनाह किए जा रहा हूँ मैं।Upload to Facebook
    अब तक ख़बर न थी कि मोहब्बत गुनाह है;
    अब जान कर गुनाह किए जा रहा हूँ मैं।
  • लिखा था राशि में आज खज़ाना मिल सकता है,<br/>
कि  अचानक गली में सनम पुराना दिख गया।Upload to Facebook
    लिखा था राशि में आज खज़ाना मिल सकता है,
    कि अचानक गली में सनम पुराना दिख गया।
  • कोई समझे तो एक बात कहूँ,<br/>
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं।Upload to Facebook
    कोई समझे तो एक बात कहूँ,
    इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं।
    ~ Firaq Gorakhpuri
  • तोहमतेँ तो लगती रही रोज़ नयी नयी हम पर,<br />
मगर जो सबसे हसीन इलज़ाम था वो तेरा नाम था।Upload to Facebook
    तोहमतेँ तो लगती रही रोज़ नयी नयी हम पर,
    मगर जो सबसे हसीन इलज़ाम था वो तेरा नाम था।
  • आदत सी हो गयी है तेरे करीब रहने की,<br/>
बस इतना बता तेरी साँसों की खुशबू वाला इत्र मिलेगा कहाँ!Upload to Facebook
    आदत सी हो गयी है तेरे करीब रहने की,
    बस इतना बता तेरी साँसों की खुशबू वाला इत्र मिलेगा कहाँ!
  • तुम हमें कभी दिल कभी आँखों से पुकारो,<br/>
ये होंठो के तकल्लुफ तो ज़माने के लिए हैं।Upload to Facebook
    तुम हमें कभी दिल कभी आँखों से पुकारो,
    ये होंठो के तकल्लुफ तो ज़माने के लिए हैं।
  • सूरज ढलते ही रख दिये उसने मेरे होठों पर होंठ,<br/>
इश्क का रोज़ा था और गज़ब की इफ्तारी।Upload to Facebook
    सूरज ढलते ही रख दिये उसने मेरे होठों पर होंठ,
    इश्क का रोज़ा था और गज़ब की इफ्तारी।
  • दिल को तेरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है,<br/>
और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता।Upload to Facebook
    दिल को तेरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है,
    और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता।
    ~ Ahmad Faraz
  • नहीं है अब कोई तमन्ना इस दिल में,<br/>
मेरी पहली और आखिरी जुस्तजू बस तुम हो।Upload to Facebook
    नहीं है अब कोई तमन्ना इस दिल में,
    मेरी पहली और आखिरी जुस्तजू बस तुम हो।
  • नहीं भाता अब तेरे सिवा किसी और का चेहरा,<br />
तुझे देखना और देखते रहना दस्तूर बन गया है।Upload to Facebook
    नहीं भाता अब तेरे सिवा किसी और का चेहरा,
    तुझे देखना और देखते रहना दस्तूर बन गया है।