इश्क Hindi Shayari

  • जो चाहते हो सो कहते हो चुप रहने की लज़्ज़त क्या जानो;<br/>
ये राज़-ए-मोहब्बत है प्यारे तुम राज़-ए-मोहब्बत क्या जानो!Upload to Facebook
    जो चाहते हो सो कहते हो चुप रहने की लज़्ज़त क्या जानो;
    ये राज़-ए-मोहब्बत है प्यारे तुम राज़-ए-मोहब्बत क्या जानो!
    ~ Aal-e-Raza Raza
  • धूप रुख़्सत हुई शाम आई सितारा चमका; <br/>
गर्द जब बैठ गई नाम तुम्हारा चमका!Upload to Facebook
    धूप रुख़्सत हुई शाम आई सितारा चमका;
    गर्द जब बैठ गई नाम तुम्हारा चमका!
    ~ Rabab Rashidi
  • इकरार किसी दिन है तो इंकार किसी दिन;<br/>
हो जाएगी अब आप से तकरार किसी दिन!Upload to Facebook
    इकरार किसी दिन है तो इंकार किसी दिन;
    हो जाएगी अब आप से तकरार किसी दिन!
    ~ Badr Wasti
  • हैरतों के सिलसिले सोज़-ए-निहाँ तक आ गए;<br/>
हम नज़र तक चाहते थे तुम तो जाँ तक आ गए! Upload to Facebook
    हैरतों के सिलसिले सोज़-ए-निहाँ तक आ गए;
    हम नज़र तक चाहते थे तुम तो जाँ तक आ गए!
  • ग़ुंचे-ग़ुंचे पे गुलिस्ताँ के निखार आ जाए; <br/>
जिस तरफ़ से वो गुज़र जाएँ बहार आ जाए !Upload to Facebook
    ग़ुंचे-ग़ुंचे पे गुलिस्ताँ के निखार आ जाए;
    जिस तरफ़ से वो गुज़र जाएँ बहार आ जाए !
    ~ Naaz Muradabadi
  • अभी तो ताजा है इश्क़ हजार कसमें खाओगे; <br/>
जरा पक जाने दो फिर देखेंगे कितना निभाओगे!Upload to Facebook
    अभी तो ताजा है इश्क़ हजार कसमें खाओगे;
    जरा पक जाने दो फिर देखेंगे कितना निभाओगे!
  • इश्क़ आसां नहीं तो क्या किया जाए;<br/>
मुश्किल तो जीना भी है तो क्या सांस ना ली जाए!  Upload to Facebook
    इश्क़ आसां नहीं तो क्या किया जाए;
    मुश्किल तो जीना भी है तो क्या सांस ना ली जाए!
  • ख़ामोश बैठी गज़ल को अल्फाज़ दे आया; <br/>
आज एक गुलाब को गुलाब दे आया!Upload to Facebook
    ख़ामोश बैठी गज़ल को अल्फाज़ दे आया;
    आज एक गुलाब को गुलाब दे आया!
  • मोहब्बत खूबसूरती से नहीं;<br/>
मोहब्बत दिल से होती है!Upload to Facebook
    मोहब्बत खूबसूरती से नहीं;
    मोहब्बत दिल से होती है!
  • तेरा नाम ही ये दिल रटता है;<br/>
ना जाने तुम पे ये दिल क्यू मरता है!Upload to Facebook
    तेरा नाम ही ये दिल रटता है;
    ना जाने तुम पे ये दिल क्यू मरता है!