कुछ इस अदा से आज वो पहलू-नशीं रहे; जब तक हमारे पास रहे हम नहीं रहे! |
कौन कहता है कि दिल सिर्फ सीने में होता है; तुझको लिखूँ तो मेरी उंगलियाँ भी धड़कती है। |
मेरी आँखों में झाँकने से पहले, जरा सोच लीजिये ऐ हुजूर; जो हमने पलके झुका ली तो कयामत होगी, और हमने नजरें मिला ली तो मुहब्बत होगी! |
झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं; दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं! |
तेरे आने की जब ख़बर महके; तेरी ख़ुशबू से सारा घर महके! |
एक दीवाने को जो आए हैं समझाने कई; पहले मैं दीवाना था और अब हैं दीवाने कई! |
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम; जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम! |
तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो; तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है! |
तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई ले के हँस दो; आ जाएगा पलट कर गुज़रा हुआ ज़माना! |
हर इश्क़ का वक़्त होता है; वह हमारा वक़्त नहीं था; पर इसका मतलब यह नहीं कि वह इश्क़ नहीं था! |