अश्क Hindi Shayari

  • आँसू जानते हैं कौन अपना है, तभी अपनों के आगे निकलते हैं;<br/>
मुस्कुराहट का क्या है, ग़ैरों से भी वफ़ा कर लेती है!Upload to Facebook
    आँसू जानते हैं कौन अपना है, तभी अपनों के आगे निकलते हैं;
    मुस्कुराहट का क्या है, ग़ैरों से भी वफ़ा कर लेती है!
  • मैं ज़हर तो पी लूँ शौक़ से तेरी ख़ातिर;<br/>
पर शर्त ये है कि तुम सामने बैठ कर सासों को टूटता देखो।
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    मैं ज़हर तो पी लूँ शौक़ से तेरी ख़ातिर;
    पर शर्त ये है कि तुम सामने बैठ कर सासों को टूटता देखो।
  • मैंने रोते हुए पोंछे थे किसी दिन आँसू;<br/>
मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना।Upload to Facebook
    मैंने रोते हुए पोंछे थे किसी दिन आँसू;
    मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना।
    ~ Munawwar Rana
  • ख़ाली नही रहा कभी आँखों का ये मकान;<br/>
सब अश्क़ बाहर गये तो उदासी ठहर गई!Upload to Facebook
    ख़ाली नही रहा कभी आँखों का ये मकान;
    सब अश्क़ बाहर गये तो उदासी ठहर गई!
  • पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो;<br/>
कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही है पिघलने दो!Upload to Facebook
    पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो;
    कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही है पिघलने दो!
  • मोहब्बत का अश्कों से, कुछ तो रिश्ता जरूर है;<BR/>
तमाम उम्र न रोने वाले की भी, इश्क़ में आँख भीग गई!Upload to Facebook
    मोहब्बत का अश्कों से, कुछ तो रिश्ता जरूर है;
    तमाम उम्र न रोने वाले की भी, इश्क़ में आँख भीग गई!
  • तेरी ज़ुबान ने कुछ कहा तो नहीं था,<br/>
फिर ना जाने क्यों मेरी आँख नम हो गयी।Upload to Facebook
    तेरी ज़ुबान ने कुछ कहा तो नहीं था,
    फिर ना जाने क्यों मेरी आँख नम हो गयी।
  • काश आँसुओ के साथ यादें भी बह जाती,<br/>
तो एक दिन तसल्ली से बैठ कर रो लेते।Upload to Facebook
    काश आँसुओ के साथ यादें भी बह जाती,
    तो एक दिन तसल्ली से बैठ कर रो लेते।
  • वो तो बारिश कि बूँदें देखकर खुश होते हैं,<br/>
उन्हें क्या मालूम कि हर गिरने वाला कतरा पानी नही होता।Upload to Facebook
    वो तो बारिश कि बूँदें देखकर खुश होते हैं,
    उन्हें क्या मालूम कि हर गिरने वाला कतरा पानी नही होता।
  • उसकी आँखों में कोई दुःख बसा है शायद;<br />
या मुझे खुद ही वहम सा हुआ है शायद;<br />
मैंने पूछा कि भूल गए हो तुम भी क्या;<br />
पोंछ कर आँसू आँख से उसने भी कहा शायद।Upload to Facebook
    उसकी आँखों में कोई दुःख बसा है शायद;
    या मुझे खुद ही वहम सा हुआ है शायद;
    मैंने पूछा कि भूल गए हो तुम भी क्या;
    पोंछ कर आँसू आँख से उसने भी कहा शायद।