आध्यात्मिक Hindi Shayari

  • तेरी बख़्शिश के भरोसे पे ख़ताएँ की हैं;</br>
तेरी रहमत के सहारे ने गुनहगार किया!Upload to Facebook
    तेरी बख़्शिश के भरोसे पे ख़ताएँ की हैं;
    तेरी रहमत के सहारे ने गुनहगार किया!
    ~ Mubarak Azimabadi
  • यही है ज़िंदगी अपनी यही है बंदगी अपनी;</br>
कि उन का नाम आया और गर्दन झुक गयी अपनी!Upload to Facebook
    यही है ज़िंदगी अपनी यही है बंदगी अपनी;
    कि उन का नाम आया और गर्दन झुक गयी अपनी!
  • रहने दे अपनी बंदगी ज़ाहिद;</br>
बे-मोहब्बत ख़ुदा नहीं मिलता!Upload to Facebook
    रहने दे अपनी बंदगी ज़ाहिद;
    बे-मोहब्बत ख़ुदा नहीं मिलता!
    ~ Mubarak Azimabadi
  • मेरे गुनाह ज़्यादा हैं या तेरी रहमत;<br/>
करीम तू ही बता दे हिसाब कर के मुझे!Upload to Facebook
    मेरे गुनाह ज़्यादा हैं या तेरी रहमत;
    करीम तू ही बता दे हिसाब कर के मुझे!
    ~ Muztar Khairabadi
  • गुनाह गिन के मैं क्यों अपने दिल को छोटा करूँ;</br>
सुना है तेरे करम का कोई हिसाब नहीं!Upload to Facebook
    गुनाह गिन के मैं क्यों अपने दिल को छोटा करूँ;
    सुना है तेरे करम का कोई हिसाब नहीं!
    ~ Yagana Changezi
  • हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल;<br/>
दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है!Upload to Facebook
    हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल;
    दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है!
    ~ Daagh Dehlvi
  • बिना देखे तुझे अपना बना कर देख लेता हूँ;<br/>
मैं तेरे आस्ताँ पर सर झुका कर देख लेता हूँ!Upload to Facebook
    बिना देखे तुझे अपना बना कर देख लेता हूँ;
    मैं तेरे आस्ताँ पर सर झुका कर देख लेता हूँ!
    ~ Hafeez Shahid
  • ख़ुदा को भूले न जब तक हमें ख़ुदा न मिला; <br/>
ये मुद्दआ' भी ब-जुज़ तर्क-ए-मुद्दआ न मिला!Upload to Facebook
    ख़ुदा को भूले न जब तक हमें ख़ुदा न मिला;
    ये मुद्दआ' भी ब-जुज़ तर्क-ए-मुद्दआ न मिला!
    ~ Qaisar Amravatwi
  • जब फैसला आसमान वाले का होता है;<br/>
तब कोई वकालत ज़मीन वाले की नही होती है!Upload to Facebook
    जब फैसला आसमान वाले का होता है;
    तब कोई वकालत ज़मीन वाले की नही होती है!
  • मेरी हैसीयत से ज्यादा मेरी थाली मे तूने परोसा है;<br/>
तू लाख मुश्किलें भी दे दे मालिक, मुझे तुझपे भरोसा है!Upload to Facebook
    मेरी हैसीयत से ज्यादा मेरी थाली मे तूने परोसा है;
    तू लाख मुश्किलें भी दे दे मालिक, मुझे तुझपे भरोसा है!