इज़हार Hindi Shayari

  • दुनिया जिसे नींद कहती है;<br/>
जाने वो क्या चीज होती है;<br/>
आँखे तो हम भी बंद करते है;<br/>
पर वो आपसे मिलने की तरकीब होती है।Upload to Facebook
    दुनिया जिसे नींद कहती है;
    जाने वो क्या चीज होती है;
    आँखे तो हम भी बंद करते है;
    पर वो आपसे मिलने की तरकीब होती है।
  • सजते दिल के तराने बहुत है;<br/> 
जिंदगी जीने के बहाने बहुत है;<br/> 
आप हमेशा मुस्कुराते रहो;<br/> 
आपकी मुस्कुराहट के दीवाने बहुत है।Upload to Facebook
    सजते दिल के तराने बहुत है;
    जिंदगी जीने के बहाने बहुत है;
    आप हमेशा मुस्कुराते रहो;
    आपकी मुस्कुराहट के दीवाने बहुत है।
  • पूछो ना उस कागज़ से जिस पे;<br/>
हम दिल के मुकाम लिखते है;<br/>
तन्हाइयों में बीती बातें तमाम लिखते है;<br/>
वो कलम भी दीवानी हो गई;<br/>
जिस से हम आप का नाम लिखते है। 
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    पूछो ना उस कागज़ से जिस पे;
    हम दिल के मुकाम लिखते है;
    तन्हाइयों में बीती बातें तमाम लिखते है;
    वो कलम भी दीवानी हो गई;
    जिस से हम आप का नाम लिखते है।
  • हमें उनकी इबादत से फुर्सत नहीं मिलती;<br/>
लोग ना जाने किसको खुदा कहते है;<br/>
दिल में रखा हैं उनको फिर भी;<br/>
जाने क्यों लोग हमें जुदा कहते है। Upload to Facebook
    हमें उनकी इबादत से फुर्सत नहीं मिलती;
    लोग ना जाने किसको खुदा कहते है;
    दिल में रखा हैं उनको फिर भी;
    जाने क्यों लोग हमें जुदा कहते है।
  • हमे भुला कर तो देखो ;<br/>
हर ख़ुशी तुमसे रूठ जाएगी;<br/> 
जब भी देखोगे आईने में सूरत अपनी;<br/> 
हमारी ही सूरत नज़र आएगी।Upload to Facebook
    हमे भुला कर तो देखो ;
    हर ख़ुशी तुमसे रूठ जाएगी;
    जब भी देखोगे आईने में सूरत अपनी;
    हमारी ही सूरत नज़र आएगी।
  • वो मेरे सामने बैठे हुए हैं;<br/> 
मगर यह फ़ासला भी कम नहीं। Upload to Facebook
    वो मेरे सामने बैठे हुए हैं;
    मगर यह फ़ासला भी कम नहीं।
    ~ Baqi Siddiqui
  • इत्तेफाकन मिल जाते हो जब तुम राह में कभी;<br/>
यूँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे!Upload to Facebook
    इत्तेफाकन मिल जाते हो जब तुम राह में कभी;
    यूँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे!
  • बात कह दी जाए जुबां से जरूरी तो नहीं;<br/>
जिंदगी गुजरी है आधी पूरी तो नहीं;<br/>
समझेंगे वो निगाहों से, मेरे दिल की दास्ताँ;<br/>
दूर बैठे हैं दिलों में दूरी तो नहीं।Upload to Facebook
    बात कह दी जाए जुबां से जरूरी तो नहीं;
    जिंदगी गुजरी है आधी पूरी तो नहीं;
    समझेंगे वो निगाहों से, मेरे दिल की दास्ताँ;
    दूर बैठे हैं दिलों में दूरी तो नहीं।
  • नफरतों के जहां में हमको प्यार की बस्तियां बसानी हैं;<br/>
दूर रहना कोई कमाल नहीं, पास आओ तो कोई बात बने!Upload to Facebook
    नफरतों के जहां में हमको प्यार की बस्तियां बसानी हैं;
    दूर रहना कोई कमाल नहीं, पास आओ तो कोई बात बने!
  • मुझे इस बात का गम नहीं कि बदल गया ज़माना;<br />
मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो, कहीं तुम ना बदल जाना।Upload to Facebook
    मुझे इस बात का गम नहीं कि बदल गया ज़माना;
    मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो, कहीं तुम ना बदल जाना।