दोस्ती Hindi Shayari

  • अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​;​<br/>
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे​;​<br/>
ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे​;​<br/>
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।Upload to Facebook
    अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​;​
    फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे​;​
    ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे​;​
    अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।
    ~ Rahat Indori
  • दुश्मनों से मोहब्बत होने लगी है मुझे​;​​<br/>
जैसे​-​जैसे दोस्तों को आज़माते जा रह हूं मैं​... Upload to Facebook
    दुश्मनों से मोहब्बत होने लगी है मुझे​;​​
    जैसे​-​जैसे दोस्तों को आज़माते जा रह हूं मैं​...
  • दोस्ती में दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है;<br/>
महसूस तब होता है जब दोस्त, दोस्त से जुदा होता है।Upload to Facebook
    दोस्ती में दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है;
    महसूस तब होता है जब दोस्त, दोस्त से जुदा होता है।
  • फसलों से इंतज़ार बढा करता है;<br/>
इंतज़ार से प्यार बढ़ा करता है;<br/>
सारी ज़िंदगी ख़ुदा से सजदा करो तब जा के;<br/>
तुम्हारे जैसा यार मिला करता है।Upload to Facebook
    फसलों से इंतज़ार बढा करता है;
    इंतज़ार से प्यार बढ़ा करता है;
    सारी ज़िंदगी ख़ुदा से सजदा करो तब जा के;
    तुम्हारे जैसा यार मिला करता है।
  • ​दोस्ती तो सिर्फ एक इत्तेफ़ाक़ है;<br/>
यह तो दिलों की मुलाक़ात है;<br/>
दोस्ती नहीं देखती यह दिन है कि रात;<br/>
इसमें तो सिर्फ वफ़ादारी और जज़्बात है।Upload to Facebook
    ​दोस्ती तो सिर्फ एक इत्तेफ़ाक़ है;
    यह तो दिलों की मुलाक़ात है;
    दोस्ती नहीं देखती यह दिन है कि रात;
    इसमें तो सिर्फ वफ़ादारी और जज़्बात है।
  • ​सालों बाद ना जाने क्या समय होगा​;​<br/>​हम सब दोस्तों में से ना जाने कौन कहाँ होगा​;​​​​<br/>फिर मिलना हुआ तो मिलेंगे ख्वाबों में​;​​<br/>जैसे सूखे गुलाब मिलते हैं किताबों में​।Upload to Facebook
    ​सालों बाद ना जाने क्या समय होगा​;​
    ​हम सब दोस्तों में से ना जाने कौन कहाँ होगा​;​​​​
    फिर मिलना हुआ तो मिलेंगे ख्वाबों में​;​​
    जैसे सूखे गुलाब मिलते हैं किताबों में​।
  • तन्हा था इस दुनिया की भीड़ में;​<br/>सोचा था कोई नहीं है  मेरी तक़दीर में;​<br/>
एक दिन फिर तुमने थाम लिया हाथ मेरा;​<br/>​फिर लगा कि बहुत ​ख़ास था इस हाथ की लकीर में। Upload to Facebook
    तन्हा था इस दुनिया की भीड़ में;​
    सोचा था कोई नहीं है मेरी तक़दीर में;​
    एक दिन फिर तुमने थाम लिया हाथ मेरा;​
    ​फिर लगा कि बहुत ​ख़ास था इस हाथ की लकीर में।
  • कुछ खूबसूरत से पल किस्सा  बन जाते है;​<br/>
जाने  कब जिंदगी का हिस्सा बन जाता है;​<br/>
​कुछ लोग अपने होकर भी अपने नहीं होते;​<br/>
और कुछ बेगाने होकर भी जिंदगी का हिस्सा बन जाते है।Upload to Facebook
    कुछ खूबसूरत से पल किस्सा बन जाते है;​
    जाने कब जिंदगी का हिस्सा बन जाता है;​
    ​कुछ लोग अपने होकर भी अपने नहीं होते;​
    और कुछ बेगाने होकर भी जिंदगी का हिस्सा बन जाते है।
  • दोस्तों पर तो शराफत का असर होता नहीं;<br/>
इसलिए मैं आज आया हूँ उतर औकात पर।Upload to Facebook
    दोस्तों पर तो शराफत का असर होता नहीं;
    इसलिए मैं आज आया हूँ उतर औकात पर।
  • है खबर अच्छी कि आजा मुंह तेरा मीठा करें;<br/>
नफरतें तेरी हुई हैं बा-खुशी दिल को कुबूल।Upload to Facebook
    है खबर अच्छी कि आजा मुंह तेरा मीठा करें;
    नफरतें तेरी हुई हैं बा-खुशी दिल को कुबूल।