हुस्न Hindi Shayari

  • एक हसीन आँख के इशारे पर;</br>
क़ाफ़िले राह भूल जाते हैं!Upload to Facebook
    एक हसीन आँख के इशारे पर;
    क़ाफ़िले राह भूल जाते हैं!
    ~ Abdul Hameed Adam
  • सो देख कर तेरे रुख़्सार ओ लब यक़ीं आया;</br>
कि फूल खिलते हैं गुलज़ार के अलावा भी!Upload to Facebook
    सो देख कर तेरे रुख़्सार ओ लब यक़ीं आया;
    कि फूल खिलते हैं गुलज़ार के अलावा भी!
    ~ Ahmad Faraz
  • वो चेहरा किताबी रहा सामने;</br>
बड़ी ख़ूबसूरत पढ़ाई हुई!Upload to Facebook
    वो चेहरा किताबी रहा सामने;
    बड़ी ख़ूबसूरत पढ़ाई हुई!
    ~ Bashir Badr
  • आँखें दिखलाते हो जोबन तो दिखाओ साहब;</br>
वो अलग बाँध के रखा है जो माल अच्छा है!Upload to Facebook
    आँखें दिखलाते हो जोबन तो दिखाओ साहब;
    वो अलग बाँध के रखा है जो माल अच्छा है!
    ~ Amir Meenai
  • साथ बारिश में लिए फिरते हो उस को 'अंजुम';</br>
तुम ने इस शहर में क्या आग लगानी है कोई!Upload to Facebook
    साथ बारिश में लिए फिरते हो उस को 'अंजुम';
    तुम ने इस शहर में क्या आग लगानी है कोई!
    ~ Anjum Saleemi
  • बड़े सीधे-साधे बड़े भोले-भाले;</br>
कोई देखे इस वक़्त चेहरा तुम्हारा!Upload to Facebook
    बड़े सीधे-साधे बड़े भोले-भाले;
    कोई देखे इस वक़्त चेहरा तुम्हारा!
    ~ Agha Shayar Qazalbash
  • कौन बदन से आगे देखे औरत को;</br>
सब की आँखें गिरवी हैं इस नगरी में!Upload to Facebook
    कौन बदन से आगे देखे औरत को;
    सब की आँखें गिरवी हैं इस नगरी में!
  • अदा आई जफ़ा आई ग़ुरूर आया हिजाब आया;</br>
हज़ारों आफ़तें ले कर हसीनों पर शबाब आया!Upload to Facebook
    अदा आई जफ़ा आई ग़ुरूर आया हिजाब आया;
    हज़ारों आफ़तें ले कर हसीनों पर शबाब आया!
    ~ Nooh Narvi
  • क्यों न अपनी ख़ूबी-ए-क़िस्मत पे इतराती हवा;</br>
फूल जैसे एक बदन को छू कर आई थी हवा!Upload to Facebook
    क्यों न अपनी ख़ूबी-ए-क़िस्मत पे इतराती हवा;
    फूल जैसे एक बदन को छू कर आई थी हवा!
  • ज़िक्र जब छिड़ गया क़यामत का;</br>
बात पहुँची तेरी जवानी तक!Upload to Facebook
    ज़िक्र जब छिड़ गया क़यामत का;
    बात पहुँची तेरी जवानी तक!
    ~ Fani Badayuni