अन्य Hindi Shayari

  • मुठ्ठियों में कैद है जो खुशियाँ सब में बांट दो;<br/>                            
तेरी हो चाहे मेरी हो एक दिन हथेलियां तो खुल ही जानी हैं!  Upload to Facebook
    मुठ्ठियों में कैद है जो खुशियाँ सब में बांट दो;
    तेरी हो चाहे मेरी हो एक दिन हथेलियां तो खुल ही जानी हैं!
  • ठुकराया हमने भी बहुतों को है तेरी खातिर;<br/>
तुझसे फासला भी शायद उन की बद-दुआओं का असर है!Upload to Facebook
    ठुकराया हमने भी बहुतों को है तेरी खातिर;
    तुझसे फासला भी शायद उन की बद-दुआओं का असर है!
  • कभी हम मिले तो भी क्या मिले वही दूरियाँ वही फ़ासले;<br/>
न कभी हमारे क़दम बढ़े न कभी तुम्हारी झिझक गई!    Upload to Facebook
    कभी हम मिले तो भी क्या मिले वही दूरियाँ वही फ़ासले;
    न कभी हमारे क़दम बढ़े न कभी तुम्हारी झिझक गई!
  • जनाजे लौट के आते, तो उनको सबूत मिल जाते;<br/>
जांबाज लौट के आ गये, ये क्या बदकिस्मती हो गयी!Upload to Facebook
    जनाजे लौट के आते, तो उनको सबूत मिल जाते;
    जांबाज लौट के आ गये, ये क्या बदकिस्मती हो गयी!
  • तूने फूँकों से हटाए हैं पहाड़ों के पहाड़;
    मेरे तलवे पे लुढ़कता हुआ कंकर है ज़रा उसको हटा दे!
  • जब तोलने बैठते हो रिश्तों को;<br/>
जरा बताना दूसरे पलड़े में क्या रखते हो!Upload to Facebook
    जब तोलने बैठते हो रिश्तों को;
    जरा बताना दूसरे पलड़े में क्या रखते हो!
  • मेरे लफ्ज़ फ़ीके पड़ गए, तेरी एक अदा के सामने;
    मैं तुझे ख़ुदा कह गई, अपने ख़ुदा के सामने!
  • अब रिन्द बच रहे हैं ज़रा तेज़ रक़्स हो;
    महफ़िल से उठ लिए हैं नमाज़ी तो लीजिए!
  • जो व्यस्त थे, वो व्यस्त ही निकले;
    वक्त पर फ़ालतू लोग ही काम आये!
  • तुम्हारा होना इतवार के दिन जैसा है;<br/>
कुछ सूझता नहीं बस अच्छा लगता है!Upload to Facebook
    तुम्हारा होना इतवार के दिन जैसा है;
    कुछ सूझता नहीं बस अच्छा लगता है!