इश्क Hindi Shayari

  • बदन के दोनों किनारों से जल रहा हूँ मैं;<br/>
कि छू रहा हूँ तुझे और पिघल रहा हूँ मैं!Upload to Facebook
    बदन के दोनों किनारों से जल रहा हूँ मैं;
    कि छू रहा हूँ तुझे और पिघल रहा हूँ मैं!
  • एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए;<br/>
तू आज भी बेखबर है कल की तरह!Upload to Facebook
    एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए;
    तू आज भी बेखबर है कल की तरह!
  • फूल खिलते हैं बहारों का समा होता है,<br/>
ऐसे मौसम में ही तो प्यार जवां होता है,<br/>
दिल की बातों को होठों से नहीं कहते,<br/>
ये फ़साना तो निगाहों से बयाँ होता है!Upload to Facebook
    फूल खिलते हैं बहारों का समा होता है,
    ऐसे मौसम में ही तो प्यार जवां होता है,
    दिल की बातों को होठों से नहीं कहते,
    ये फ़साना तो निगाहों से बयाँ होता है!
  • होठों को दबाकर जब धीरे से मुस्कुराती हो;<br/>
मेरी जान तुम दिल के जर्रे-जर्रे में छा जाती हो!Upload to Facebook
    होठों को दबाकर जब धीरे से मुस्कुराती हो;
    मेरी जान तुम दिल के जर्रे-जर्रे में छा जाती हो!
  • उसके सिवा किसी और को चाहना मेरे बस में नहीं है;<br/>
ये दिल उसका है अपना होता तो और बात होती!Upload to Facebook
    उसके सिवा किसी और को चाहना मेरे बस में नहीं है;
    ये दिल उसका है अपना होता तो और बात होती!
  • सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा;<br/>
जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा!Upload to Facebook
    सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा;
    जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा!
  • दिन में आने लगे हैं ख़्वाब मुझे;<br/>
उस ने भेजा है इक गुलाब मुझे!Upload to Facebook
    दिन में आने लगे हैं ख़्वाब मुझे;
    उस ने भेजा है इक गुलाब मुझे!
  • गज़ब की आशिकी है तेरी इन निगाहो में;<br/>
जब भी देखती है डूबने को मजबूर कर देती है!Upload to Facebook
    गज़ब की आशिकी है तेरी इन निगाहो में;
    जब भी देखती है डूबने को मजबूर कर देती है!
  • मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख;<br/>
रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए!Upload to Facebook
    मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख;
    रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए!
  • निगाहों से कत्ल कर दे न हो तकलीफ दोनों को;<br/>
तुझे खंजर उठाने की मुझे गर्दन झुकाने की!Upload to Facebook
    निगाहों से कत्ल कर दे न हो तकलीफ दोनों को;
    तुझे खंजर उठाने की मुझे गर्दन झुकाने की!