इश्क Hindi Shayari

  • तमन्ना तेरे जिस्म की होती तो छीन लेते दुनिया से,
    इश्क तेरी रूह से है इसलिए खुदा से मांगते हैं तुझे।
  • शब्दों को होठों पर रखकर दिल के भेद ना खोलो,
    मैं आँखों से सुन सकता हूँ तुम आँखों से बोलो।
  • यह कौन शरमा रहा है, यूँ फ़ुर्सत में याद कर के,
    कि हिचकियाँ आना तो चाहती हैं, पर हिच-किचा रही हैं।
  • जिसका वजूद नहीं, वह हस्ती किस काम की,
    जो मजा न दे, वह मस्ती किस काम की,
    जहाँ दिल न लगे, वो बस्ती किस काम की,
    हम आपको याद न करें, तो फिर ये मोहब्बत किस काम की।
  • नकाब तो उनका सिर से लेकर पाँव तक था,
    मगर आँखें बता रही थी कि मोहब्बत की शौकीन वो भी थी।
  • फ़क़ीर मिज़ाज़ हूँ मैं, अपना अंदाज़ औरों से जुदा रखता हूँ;
    लोग मंदिर मस्जिदों में जाते हैं, मैं अपने दिल में ख़ुदा रखता हूँ।
  • कुछ और भी हैं काम हमें ऐ ग़म-ए-जानाँ,
    कब तक कोई उलझी हुई ज़ुल्फ़ों को सँवारे।
    ~ Habib Jalib
  • माना कि उनमें अलग कुछ भी नहीं है,
    मगर जो बात उसमें है किसी और में नही है।
  • हमने जब कहा नशा शराब का लाजवाब है,
    तो उसने अपने होठो से सारे वहम तोड़ दिए।
  • अदा है, ख्वाब है, तकसीम है, तमाशा है,
    मेरी इन आँखों में एक शख्स बेतहाशा है।