इज़हार Hindi Shayari

  • पूछ रही है आज मेरी शायरियाँ मुझसे कि;
    कहाँ उड़ गये वो परिंदे जो वाह वाह किया करते थे!
  • तुम उलझे रहे हमें आजमाने में;<br/>
और हम हद से गुजर गए तुम्हें चाहने में!Upload to Facebook
    तुम उलझे रहे हमें आजमाने में;
    और हम हद से गुजर गए तुम्हें चाहने में!
  • बहारों में भी मय से परहेज़ तौबा;<br/>
ख़ुमार आप काफ़िर हुए जा रहे हैं!Upload to Facebook
    बहारों में भी मय से परहेज़ तौबा;
    ख़ुमार आप काफ़िर हुए जा रहे हैं!
  • मेरी आवाज़ ही पर्दा है मेरे चेहरे का;<br/>
मैं हूँ ख़ामोश जहाँ, मुझको वहाँ से सुनिए!Upload to Facebook
    मेरी आवाज़ ही पर्दा है मेरे चेहरे का;
    मैं हूँ ख़ामोश जहाँ, मुझको वहाँ से सुनिए!
  • कल तुझसे बिछड़ने का फैंसला कर लिया था;<br/>
आज अपने ही दिल को रिश्वत दे रहा हूँ!Upload to Facebook
    कल तुझसे बिछड़ने का फैंसला कर लिया था;
    आज अपने ही दिल को रिश्वत दे रहा हूँ!
  • हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले हैं;<br/>
पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं!Upload to Facebook
    हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले हैं;
    पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं!
  • यहाँ सब खामोश हैं, कोई भी आवाज़ नहीं करता;
    सच बोल कर कोई किसी को नाराज़ नहीं करता।
  • बहुत अलग सा है मेरे दिल का हाल;
    एक तेरी ख़ामोशी और मेरे लाखों सवाल!
  • लोग कहते हैं पिये बैठा हूँ मैं;
    खुद को मदहोश किये बैठा हूँ मैं;
    जान बाकी है वो भी ले लीजिये;
    दिल तो पहले ही दिये बैठा हूँ मैं!
  • आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज;<br/>
हर किसी से कह रहा है आप सा कोई नहीं!Upload to Facebook
    आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज;
    हर किसी से कह रहा है आप सा कोई नहीं!