गिला शिकवा Hindi Shayari

  • मेरी आँखों में आँसू नहीं बस कुछ नमी है,<br/>
वजह तू नहीं बस तेरी ये कमी है।Upload to Facebook
    मेरी आँखों में आँसू नहीं बस कुछ नमी है,
    वजह तू नहीं बस तेरी ये कमी है।
  • दिल की ना सुन ये फ़कीर कर देगा,<br/>
वो जो उदास बैठे हैं, नवाब थे कभी।Upload to Facebook
    दिल की ना सुन ये फ़कीर कर देगा,
    वो जो उदास बैठे हैं, नवाब थे कभी।
  • नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं, <br/>
कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता।Upload to Facebook
    नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं,
    कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता।
  • मिलावट है तेरे इश्क में इत्र और शराब की,<br/>
वरना हम कभी महक तो कभी बहक क्यों जाते।Upload to Facebook
    मिलावट है तेरे इश्क में इत्र और शराब की,
    वरना हम कभी महक तो कभी बहक क्यों जाते।
  • हद से बढ़ जाये ताल्लुक तो गम मिलते हैं,<br/>
हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हैं।Upload to Facebook
    हद से बढ़ जाये ताल्लुक तो गम मिलते हैं,
    हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हैं।
  • मेरी खामोशी से किसी को कोई फर्क नही पडता,
    और शिकायत में दो लफ़्ज कह दूं तो वो चुभ जाते हैं।
  • खूबसूरत क्या कह दिया उनको, वो हमको छोड़कर शीशे के हो गए;
    तराशा नहीं था तो पत्थर थे, जब तराश दिया तो खुदा हो गए।
  • गिला शिकवा ही कर डालो कि कुछ वक्त कट जाए,
    लबों पे आपके ये खामोशी अच्छी नहीं लगती।
  • आज धुन्ध बहुत है मेरे शहर में,
    अपने दिखते नहीं, और जो दिखते है वो अपने नहीं।
  • अब ना कोई शिकवा, ना गिला, ना कोई मलाल रहा,<br/>
सितम तेरे भी बे-हिसाब रहे, सब्र मेरा भी कमाल रहा।Upload to Facebook
    अब ना कोई शिकवा, ना गिला, ना कोई मलाल रहा,
    सितम तेरे भी बे-हिसाब रहे, सब्र मेरा भी कमाल रहा।