ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगे, अपने अपने हिस्से की 'दोस्ती' निभाएंगे। |
हम नहीं इतने गाफिल कि अपने चाहने वालों को भूल जाएं, मशरुफ जरुर रहते हैं लेकिन सबको याद करके सोते हैं। |
कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त, सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया। |
देखी जो नब्ज मेरी, हँस कर बोला वो हकीम, जा जमा ले महफिल दोस्तों के साथ, तेरे हर मर्ज की दवा वही है। |
तू गलती से भी कन्धा न देना मेरे जनाजे को ऐ दोस्त, कहीं फिर जिन्दा न हो जाऊं तेरा सहारा देखकर। |
शर्तें लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ; कीजिये मुझे क़ुबूल मेरी हर कमी के साथ। |
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो; एक जान है जब दिल चाहे माँग लेना। |
मेरे शब्दों को इतनी शिद्दत से ना पढ़ा करो यारो, कुछ याद रह गया तो हमें भूल नहीं पाओगे। |
दोस्त वो जो आपके जज़्बात को समझे, हमसफ़र वो जो आपके एहसास को समझे, मिल तो जाते हैं सब अपने कहने वाले; पर अपना वो जो बिन कहे आपकी हर बात को समझे। |
ना छुपाना कोई बात दिल में हो अगर; रखना थोड़ा भरोसा हम पर; हम निभाएंगे दोस्ती का यह रिश्ता इस कदर; कि भुलाने पर भी ना भुला पाओगे हमें ज़िंदगी भर। |