बेवफ़ाई Hindi Shayari

  • ख्वाब बोये थे, और अकेलापन काटा है;<br/>
इस मोहब्बत में, यारों बहुत घाटा है!  Upload to Facebook
    ख्वाब बोये थे, और अकेलापन काटा है;
    इस मोहब्बत में, यारों बहुत घाटा है!
  • बेवक्त, बेवजह, बे-सबब सी बेरुखी तेरी;
    फिर भी, बेइंतेहा, बेताब सी चाहत की बेबसी मेरी!
  • वक्त इशारा देता रहा और हम इत्तेफाक़ समझते रहे;
    बस यूँ ही धोखे ख़ाते गए और इस्तेमाल होते रहे!
  • तुम्हारा नाम, किसी अजनबी की जुबान पर था;
    बात जरा सी थी, पर चुभी बहुत!
  • छोड दी हमने हमेशा के लिए उसकी आरजू करनी;<br/>
जिसे मोहब्बत की कद्र ना हो उसे दुआओ में क्या माँगना!Upload to Facebook
    छोड दी हमने हमेशा के लिए उसकी आरजू करनी;
    जिसे मोहब्बत की कद्र ना हो उसे दुआओ में क्या माँगना!
  • ऐ मेरा जनाज़ा उठाने वालो, देखना कोई बेवफा पास न हो;
    अगर हो तो उस से कहना, आज तो खुशी का मौका है, उदास न हो!
  • कमाल करते हैं हमसे जलन रखने वाले;<br/>
महफिलें खुद की सजाते हैं और चर्चे हमारे करते हैं!Upload to Facebook
    कमाल करते हैं हमसे जलन रखने वाले;
    महफिलें खुद की सजाते हैं और चर्चे हमारे करते हैं!
  • वो जो सर झुकाए बैठे हैं, हमारा दिल चुराए बैठे हैं;<br/>
हमने कहा हमारा दिल लौटा दो, वो बोले हम तो हाथों में मेहँदी लगाये बैठे हैं!Upload to Facebook
    वो जो सर झुकाए बैठे हैं, हमारा दिल चुराए बैठे हैं;
    हमने कहा हमारा दिल लौटा दो, वो बोले हम तो हाथों में मेहँदी लगाये बैठे हैं!
  • बदला बदला सा है मिजाज, क्या बात हो गई;
    शिकायत हमसे है, या किसी और से मुलाकात हो गई!
  • जिन्दगी पर बस इतना ही लिख पाया हूँ मैं;<br/>
बहुत मजबूत रिश्ते थे कुछ कमज़ोर लोगों से!Upload to Facebook
    जिन्दगी पर बस इतना ही लिख पाया हूँ मैं;
    बहुत मजबूत रिश्ते थे कुछ कमज़ोर लोगों से!