तुमको नाराज ही रहना है तो कोई बात करो; के चुपचाप रहने से मोहब्बत का गुमान होता है! |
ना शौक दीदार का ना फिक्र जुदाई की; बड़े खुश नसीब हैं वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते! |
मेहरबान होकर बुला लो मुझे जिस वक़्त; मैं गया वक़्त नहीं कि फिर आ भी ना सकूँ! |
ताल्लुक़ टूट कर बाद में जो कुछ भी रह गये; मगर मोहब्बत में वो पहला मुस्कुराना हमेशा याद आता है! |
मुझ में बेपनाह मोहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं; तुम अगर चाहो तो मेरी साँसो की तलाशी ले लो! |
वो शायद मतलब से मिलते हैं; मुझे तो मिलने से मतलब है! |
कुछ तबियत ही मिली थी ऐसी, चैन से जीने की सूरत न हुयी; जिसको चाहा उसको अपना न सके, जो मिला उस से मोहब्बत न हुयी! |
होते ही शाम मैं किधर जाता हूँ; जुदा ख्यालों से मैं बिखर जाता हूँ; खौफ इस कदर होता है यादों का; जाम की महफिल में नजर आता हूँ! |
ना हथियार से मिलते हैं ना अधिकार से मिलते हैं; दिलों पर कब्जे तो बस प्यार और प्यार से मिलते हैं! |
मिज़ाज को तल्ख़ियाँ ही रास आईं; हम ने कई बार मुस्कुरा कर देख लिया! |