Hindi Shayari

  • मिट्टी की बनी हूँ महक उठूंगी;<br/>
बस तू इक बार बेइन्तहा 'बरस' के तो देख!Upload to Facebook
    मिट्टी की बनी हूँ महक उठूंगी;
    बस तू इक बार बेइन्तहा 'बरस' के तो देख!
  • बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे;<br/>
इक शहर अब इनका भी होना चाहिए!Upload to Facebook
    बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे;
    इक शहर अब इनका भी होना चाहिए!
  • मयख़ाने से बढ़कर कोई ज़मीन नहीं;<br/>
जहाँ सिर्फ़ क़दम लड़खड़ाते हैं, ज़मीर नहीं!Upload to Facebook
    मयख़ाने से बढ़कर कोई ज़मीन नहीं;
    जहाँ सिर्फ़ क़दम लड़खड़ाते हैं, ज़मीर नहीं!
  • कट गया पेड़ मगर ताल्लुक की बात थी;<br/>
बैठे रहे ज़मीन पर वो परिंदे रात भर!Upload to Facebook
    कट गया पेड़ मगर ताल्लुक की बात थी;
    बैठे रहे ज़मीन पर वो परिंदे रात भर!
  • मुझे खामोश़ देख कर इतना क्यों हैरान होते हो ऐ दोस्तो;<br/>
कुछ नहीं हुआ है बस भरोसा करके धोखा खाया है!Upload to Facebook
    मुझे खामोश़ देख कर इतना क्यों हैरान होते हो ऐ दोस्तो;
    कुछ नहीं हुआ है बस भरोसा करके धोखा खाया है!
  • लाख समझाया उसे ना मिला करो गैरों से;<br/>
वो हस कर कहने लगे तुम भी तो पहले गैर थे!Upload to Facebook
    लाख समझाया उसे ना मिला करो गैरों से;
    वो हस कर कहने लगे तुम भी तो पहले गैर थे!
  • मुद्दतों बाद वो मिली भी तो बैंक में;
    अब यारों तुम ही बताओ मोहब्बत करते कि नोट बदलते!
  • कोशिश न कर, सभी को खुश रखने की;<br/>
कुछ लोगों की नाराजगी भी जरूरी है, चर्चा में बने रहने के लिए!Upload to Facebook
    कोशिश न कर, सभी को खुश रखने की;
    कुछ लोगों की नाराजगी भी जरूरी है, चर्चा में बने रहने के लिए!
  • सारी उम्र बस एक ही सबक याद रखना;
    दोस्ती और इबादत में बस नीयत साफ़ रखना!
  • मैं तुम्हारी वो याद हूँ;<br/>
जिसे तुम अक्सर भूल जाते हो।Upload to Facebook
    मैं तुम्हारी वो याद हूँ;
    जिसे तुम अक्सर भूल जाते हो।