Hindi Shayari

  • बेवक्त, बेवजह, बे-सबब सी बेरुखी तेरी;
    फिर भी, बेइंतेहा, बेताब सी चाहत की बेबसी मेरी!
  • मेरे अकेलेपन का मजाक बनाने वालो जरा ये तो बताओ;<br/>
जिस भीड़ में तुम खडे हो उसमें कौन तुम्हारा है!Upload to Facebook
    मेरे अकेलेपन का मजाक बनाने वालो जरा ये तो बताओ;
    जिस भीड़ में तुम खडे हो उसमें कौन तुम्हारा है!
  • तेरी महफ़िल और मेरी आँखें;
    दोनों भरी-भरी हैं!
  • बरसों बाद भी, तेरी ज़िद्द की आदत ना बदली;<br/>
काश हम मोहब्बत नहीं, तेरी आदत होते!Upload to Facebook
    बरसों बाद भी, तेरी ज़िद्द की आदत ना बदली;
    काश हम मोहब्बत नहीं, तेरी आदत होते!
  • अगर मैं भी मिजाज़ से पत्थर होता;
    तो खुदा होता या तेरा दिल होता!
  • कहने की तलब नहीं कुछ बस;<br/>
तुम्हारे आस-पास होने की ख़्वाहिश है!  Upload to Facebook
    कहने की तलब नहीं कुछ बस;
    तुम्हारे आस-पास होने की ख़्वाहिश है!
  • वो इत्रदान सा लहज़ा मेरे बुजुर्गों का;
    रची बसी हुई उर्दू ज़बान की ख़ुशबू!
  • बड़ी तलब लगी है खुद को आजमाने की;<br/>
कहो तो यादों के तूफानों का रुख मोड़ दूँ!Upload to Facebook
    बड़ी तलब लगी है खुद को आजमाने की;
    कहो तो यादों के तूफानों का रुख मोड़ दूँ!
  • कल तक उड़ती थी जो मुँह तक आज पैरों से लिपट गई;
    चंद बूँदे क्या बरसी बरसात की धूल की फ़ितरत ही बदल गई!
  • इस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूँ मैं;<br/>
गम रहें, दम रहे, फरियाद रहे या तेरी याद!Upload to Facebook
    इस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूँ मैं;
    गम रहें, दम रहे, फरियाद रहे या तेरी याद!