Hindi Shayari

  • न कोई फ़साना छेड़ा, न कोई बात हुई;
    कहने को कह लीजिये, कि मुलाक़ात हुई!
  • दोस्ती इंसान की ज़रुरत है;<br/>
दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है;<br/>
आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ;<br/>
वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।Upload to Facebook
    दोस्ती इंसान की ज़रुरत है;
    दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है;
    आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ;
    वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।
  • शौक से तोड़ो दिल मेरा मैं परवाह क्यों करूँ;
    तुम ही रहते हो इसमे अपना घर खुद ही उजाड़ोगे!
  • ठुकराया हमने भी बहुतों को है तेरी खातिर;<br/>
तुझसे फासला भी शायद उन की बद-दुआओं का असर है!Upload to Facebook
    ठुकराया हमने भी बहुतों को है तेरी खातिर;
    तुझसे फासला भी शायद उन की बद-दुआओं का असर है!
  • किसी ने कहा था मोहब्बत फूल जैसी है;
    कदम रुक गये आज जब फूलों को बाजार में बिकते देखा!
  • किताब मेरी, पन्ने मेरे और सोच भी मेरी;<br/>
फिर मैंने जो लिखे वो ख्याल क्यों तेरे!Upload to Facebook
    किताब मेरी, पन्ने मेरे और सोच भी मेरी;
    फिर मैंने जो लिखे वो ख्याल क्यों तेरे!
  • यकीन है कि ना आएगा मुझसे मिलने कोई;
    तो फिर ये दिल को मेरे इंतज़ार किसका है!
  • इश्क़ कर लीजिये बेइंतेहा किताबों से;<br/>
एक यही हैं जो अपनी बातों से पलटा नहीं करतीं!Upload to Facebook
    इश्क़ कर लीजिये बेइंतेहा किताबों से;
    एक यही हैं जो अपनी बातों से पलटा नहीं करतीं!
  • रोज़ जले, फिर भी खाक न हुए;
    अजीब है कुछ ख्वाब भी, बुझ कर भी न राख हुए!
  • तेज़-रफ़्तार हवाओं को ये एहसास कहाँ;<br/>
शाख़ से टूटेगा पत्ता तो किधर जाएगा!

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    तेज़-रफ़्तार हवाओं को ये एहसास कहाँ;
    शाख़ से टूटेगा पत्ता तो किधर जाएगा!