इंतजार Hindi Shayari

  • ग़ज़ब किया तेरे वादे पे ऐतबार किया;<br />
तमाम रात क़यामत का इंतिज़ार किया!Upload to Facebook
    ग़ज़ब किया तेरे वादे पे ऐतबार किया;
    तमाम रात क़यामत का इंतिज़ार किया!
    ~ Dagh Dehlvi
  • ये कैसा नशा है मैं किस अजब ख़ुमार में हूँ;</br>
तू आ के जा भी चुका है मैं इंतज़ार में हूँ!Upload to Facebook
    ये कैसा नशा है मैं किस अजब ख़ुमार में हूँ;
    तू आ के जा भी चुका है मैं इंतज़ार में हूँ!
    ~ Muneer Niyazi
  • आहट सी कोई आए तो लगता है कि तुम हो;</br>
साया कोई लहराए तो लगता है कि तुम हो!Upload to Facebook
    आहट सी कोई आए तो लगता है कि तुम हो;
    साया कोई लहराए तो लगता है कि तुम हो!
  • किस किस तरह की दिल में गुज़रती हैं हसरतें;</br>
है वस्ल से ज़्यादा मज़ा इंतज़ार का!</br></br>
*वस्ल: मिलनUpload to Facebook
    किस किस तरह की दिल में गुज़रती हैं हसरतें;
    है वस्ल से ज़्यादा मज़ा इंतज़ार का!

    *वस्ल: मिलन
    ~ Taban Abdul Hai
  • कभी तो दैर-ओ-हरम से तू आएगा वापस;</br>
मैं मय-कदे में तेरा इंतज़ार कर लूँगा!</br></br>
*मय-कदे: शराब पीने का स्थान, मदिरालयUpload to Facebook
    कभी तो दैर-ओ-हरम से तू आएगा वापस;
    मैं मय-कदे में तेरा इंतज़ार कर लूँगा!

    *मय-कदे: शराब पीने का स्थान, मदिरालय
    ~ Abdul Hameed Adam
  • फिर बैठे बैठे वादा-ए-वस्ल उस ने कर लिया;</br>
फिर उठ खड़ा हुआ वही रोग इंतज़ार का!</br></br>
*वादा-ए-वस्ल: मिलने का वादाUpload to Facebook
    फिर बैठे बैठे वादा-ए-वस्ल उस ने कर लिया;
    फिर उठ खड़ा हुआ वही रोग इंतज़ार का!

    *वादा-ए-वस्ल: मिलने का वादा
    ~ Amir Meenai
  • ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता;</br>
अगर और जीते रहते यही इंतज़ार होता!Upload to Facebook
    ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता;
    अगर और जीते रहते यही इंतज़ार होता!
    ~ Mirza Ghalib
  • रात आ कर गुज़र भी जाती है;</br>
एक हमारी सहर नहीं होती!Upload to Facebook
    रात आ कर गुज़र भी जाती है;
    एक हमारी सहर नहीं होती!
    ~ Ibn-e-Insha
  • जिसे न आने की क़स्में मैं दे के आया हूँ;</br>
उसी के क़दमों की आहट का इंतज़ार भी है!Upload to Facebook
    जिसे न आने की क़स्में मैं दे के आया हूँ;
    उसी के क़दमों की आहट का इंतज़ार भी है!
  • मुद्दत से ख़्वाब में भी नहीं नींद का ख़याल;</br>
हैरत में हूँ ये किस का मुझे इंतज़ार है!Upload to Facebook
    मुद्दत से ख़्वाब में भी नहीं नींद का ख़याल;
    हैरत में हूँ ये किस का मुझे इंतज़ार है!
    ~ Shaikh Zahuruddin Hatim