प्यार का बदला कभी चुका न सकेंगे, चाह कर भी आपको भुला न सकेंगे; तुम ही हो मेरे लबों की हंसी, तुम से बिछड़े तो फिर मुस्कुरा न सकेंगे! |
अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो; तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो! |
उसके जाने के बाद हम तन्हा हो गए; उसकी मोहब्बत में हम फना हो गए! |
उसने मुड़कर नहीं देखा आजतक; हमने इंतजार किया आखिरी सांस तक! |
दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब; तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें! |
बड़े ही अजीब हैं ये ज़िन्दगी के रास्ते, अनजाने मोड़ पर कुछ लोग अपने बन जाते हैं, मिलने की खुशी दें या न दें, मगर बिछड़ने का गम ज़रूर दे जाते हैं! |
जिसकी आँखों में काटी थी सदियाँ; उसने सदियों की जुदाई दी है! |
जाते-जाते उसके आखिरी अल्फाज़ यही थे; जी सको तो जी लेना मर जाओ तो बेहतर है! |
दिल से निकली ही नहीं शाम जुदाई वाली; तुम तो कहते थे बुरा वक़्त गुज़र जाता है! |
आज भी कितना नादान है दिल समझता ही नहीं; बाद बरसों के उन्हें देखा तो दुआएँ माँग बैठा! |