Hindi Shayari

  • मैं हूँ हैरान ये सिलसिला क्या है;<br/>
आइना मुझ में ढूँढता क्या है!Upload to Facebook
    मैं हूँ हैरान ये सिलसिला क्या है;
    आइना मुझ में ढूँढता क्या है!
    ~ Aas Fatmi
  • मजबूरियों के नाम पे सब छोड़ना पड़ा;<br/>
दिल तोड़ना कठिन था मगर तोड़ना पड़ा!Upload to Facebook
    मजबूरियों के नाम पे सब छोड़ना पड़ा;
    दिल तोड़ना कठिन था मगर तोड़ना पड़ा!
    ~ Anjum Rahbar
  • हमारी जान तुम ऐसा करोगी;<br/>
हमारी जान का सौदा करोगी!Upload to Facebook
    हमारी जान तुम ऐसा करोगी;
    हमारी जान का सौदा करोगी!
    ~ Deepak Sharma Deep
  • रफ़्ता रफ़्ता चीख़ना आराम हो जाने के बाद;<br/>
डूब जाना फिर निकलना शाम हो जाने के बाद!Upload to Facebook
    रफ़्ता रफ़्ता चीख़ना आराम हो जाने के बाद;
    डूब जाना फिर निकलना शाम हो जाने के बाद!
    ~ Parnav Mishra Tejas
  • कोई कैसा ही साबित हो तबीयत आ ही जाती है;<br/>
ख़ुदा जाने ये क्या आफ़त है आफ़त आ ही जाती है!<br/><br/>
*तबीयत: स्वभावUpload to Facebook
    कोई कैसा ही साबित हो तबीयत आ ही जाती है;
    ख़ुदा जाने ये क्या आफ़त है आफ़त आ ही जाती है!

    *तबीयत: स्वभाव
    ~ Qalaq Merathi
  • अपनी पलकों से जो टूटे हैं गुहर देखते हैं;<br/>
हम दुआ माँगते हैं और असर देखते हैं!<br/><br/>
*गुहर: मोतीUpload to Facebook
    अपनी पलकों से जो टूटे हैं गुहर देखते हैं;
    हम दुआ माँगते हैं और असर देखते हैं!

    *गुहर: मोती
    ~ Mah Talat Zahidi
  • पर्दा तुम्हारे रुख़ से हटाना पड़ा मुझे;<br/>
यूँ अपनी हसरतों को जगाना पड़ा मुझे!Upload to Facebook
    पर्दा तुम्हारे रुख़ से हटाना पड़ा मुझे;
    यूँ अपनी हसरतों को जगाना पड़ा मुझे!
    ~ Faisal Imtiyaz Khan
  • ज़रा सा जोश क्या दरिया में आया;<br/>
समंदर की बुराई कर रहा है!Upload to Facebook
    ज़रा सा जोश क्या दरिया में आया;
    समंदर की बुराई कर रहा है!
    ~ Naeem Akhtar Khadimi
  • फिर ये किस ने मुझे जगाया है;<br/>
फिर से ख़्वाबों में कौन आया है!Upload to Facebook
    फिर ये किस ने मुझे जगाया है;
    फिर से ख़्वाबों में कौन आया है!
    ~ Ozair Rahman
  • तुम्हीं बताओ कि अब और तुम से क्या माँगूँ;<br/>
ये दर्द-ए-दिल जो दिया है मुझे वो क्या कम है!Upload to Facebook
    तुम्हीं बताओ कि अब और तुम से क्या माँगूँ;
    ये दर्द-ए-दिल जो दिया है मुझे वो क्या कम है!
    ~ Jageshwar Dayal Nashtar Kanpuri