हुस्न Hindi Shayari

  • तेरी आँखों का कुछ क़ुसूर नहीं;<br/>
हाँ मुझ ही को ख़राब होना था!Upload to Facebook
    तेरी आँखों का कुछ क़ुसूर नहीं;
    हाँ मुझ ही को ख़राब होना था!
    ~ Jigar Moradabadi
  • देखने के लिए सारा आलम भी कम;<br/>
चाहने के लिए एक चेहरा बहुत!Upload to Facebook
    देखने के लिए सारा आलम भी कम;
    चाहने के लिए एक चेहरा बहुत!
    ~ Asad Badayuni
  • टूट पड़ती थीं घटाएँ जिन की आँखें देख कर;<br/>
वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए!Upload to Facebook
    टूट पड़ती थीं घटाएँ जिन की आँखें देख कर;
    वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए!
    ~ Sajjad Baqar Rizvi
  • न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से;<br/>

मोहब्बत जिस से हो बस वो हसीं है!Upload to Facebook
    न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से;
    मोहब्बत जिस से हो बस वो हसीं है!
    ~ Adil Farooqui
  • ख़ुदा बचाए तेरी मस्त मस्त आँखों से:<br/>
फ़रिश्ता हो वो भी बहक जाए आदमी क्या है!Upload to Facebook
    ख़ुदा बचाए तेरी मस्त मस्त आँखों से:
    फ़रिश्ता हो वो भी बहक जाए आदमी क्या है!
    ~ Khumar Barabankvi
  • अदाएँ देखने बैठे हो क्या आईने में अपनी;<br/>
दिया है जिस ने तुम जैसे को दिल उस का जिगर देखो!Upload to Facebook
    अदाएँ देखने बैठे हो क्या आईने में अपनी;
    दिया है जिस ने तुम जैसे को दिल उस का जिगर देखो!
    ~ Bekhud Dehlvi
  • कुछ नज़र आता नहीं उस के तसव्वुर के सिवा;<br/>
हसरत-ए-दीदार ने आँखों को अंधा कर दिया!Upload to Facebook
    कुछ नज़र आता नहीं उस के तसव्वुर के सिवा;
    हसरत-ए-दीदार ने आँखों को अंधा कर दिया!
    ~ Khwaja Haider Ali Aatish
  • आज उस ने हँस के यूँ पूछा मिज़ाज;<br/>
उम्र भर के रंज-ओ-ग़म याद आ गए!Upload to Facebook
    आज उस ने हँस के यूँ पूछा मिज़ाज;
    उम्र भर के रंज-ओ-ग़म याद आ गए!
    ~ Ehsan Danish
  • पर्दा तुम्हारे रुख़ से हटाना पड़ा मुझे;<br/>
यूँ अपनी हसरतों को जगाना पड़ा मुझे!Upload to Facebook
    पर्दा तुम्हारे रुख़ से हटाना पड़ा मुझे;
    यूँ अपनी हसरतों को जगाना पड़ा मुझे!
    ~ Faisal Imtiyaz Khan
  • मुस्कुराना भी क्या ग़ज़ब है तेरा;<br/>
जैसे बिजली चमक गयी कोई!Upload to Facebook
    मुस्कुराना भी क्या ग़ज़ब है तेरा;
    जैसे बिजली चमक गयी कोई!
    ~ Qaisar Usmani