इश्क Hindi Shayari

  • खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है,<br/>
जाने कब कौन ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है;<br/>
कुछ लोग ज़िंदगी में मिलते हैं ऐसे,<br/>
जिनसे कभी ना टूटने वाला रिश्ता बन जाता है!Upload to Facebook
    खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है,
    जाने कब कौन ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है;
    कुछ लोग ज़िंदगी में मिलते हैं ऐसे,
    जिनसे कभी ना टूटने वाला रिश्ता बन जाता है!
  • तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है ये उठे सुबह चले;<br/>
ये झुके शाम ढले मेरा जीना मेरा मरना इन ही पलकों के तले!Upload to Facebook
    तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है ये उठे सुबह चले;
    ये झुके शाम ढले मेरा जीना मेरा मरना इन ही पलकों के तले!
  • बस तुम्हें पाने की तमन्ना नहीं रही;<br/>
मोहब्बत तो आज भी तुमसे बेशुमार करते हैं!Upload to Facebook
    बस तुम्हें पाने की तमन्ना नहीं रही;
    मोहब्बत तो आज भी तुमसे बेशुमार करते हैं!
  • अपनी साँसों में महकता पाया है तुझे, हर खवाब में बुलाया है तुझे;<br/>
क्यों न करें याद तुझ को, जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे!Upload to Facebook
    अपनी साँसों में महकता पाया है तुझे, हर खवाब में बुलाया है तुझे;
    क्यों न करें याद तुझ को, जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे!
  • दिल की किताब में गुलाब उनका था, रात की नींद में ख्वाब उनका था;<br/>
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा, मर जायेंगे तुम्हारे बिना ये जवाब उनका था!Upload to Facebook
    दिल की किताब में गुलाब उनका था, रात की नींद में ख्वाब उनका था;
    कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा, मर जायेंगे तुम्हारे बिना ये जवाब उनका था!
  • आख़िर कुछ एख़्तियार हमारा भी हम पे है;<br/>
मुमकिन है तुम बुलाओ हमें और न आयें हम!Upload to Facebook
    आख़िर कुछ एख़्तियार हमारा भी हम पे है;
    मुमकिन है तुम बुलाओ हमें और न आयें हम!
  • किसी के लिए अच्छा और किसी के लिए ख़राब हूँ मैं;<br/>
किसी के लिए कुछ नहीं किसी के लिए लाज़वाब हूँ मैं!Upload to Facebook
    किसी के लिए अच्छा और किसी के लिए ख़राब हूँ मैं;
    किसी के लिए कुछ नहीं किसी के लिए लाज़वाब हूँ मैं!
  • धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,<br/>
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है,<br/>
तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता,<br/>
हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है!Upload to Facebook
    धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,
    ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है,
    तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता,
    हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है!
  • तुम मुझे कभी दिल से कभी आँखों से पुकारो;<br/>
ये होठों के तकल्लुफ तो ज़माने के लिए होते हैं!Upload to Facebook
    तुम मुझे कभी दिल से कभी आँखों से पुकारो;
    ये होठों के तकल्लुफ तो ज़माने के लिए होते हैं!
  • मोहब्बत सोज़ भी है साज़ भी है;<br/>
ख़मोशी भी है ये आवाज़ भी है!Upload to Facebook
    मोहब्बत सोज़ भी है साज़ भी है;
    ख़मोशी भी है ये आवाज़ भी है!