इश्क Hindi Shayari

  • मुझे क़ुबूल ही नहीं दूसरा इश्क़ हरगिज़;

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मेरे सीने में इश्क़-ए-मोहम्मद हने दो!Upload to Facebook
    मुझे क़ुबूल ही नहीं दूसरा इश्क़ हरगिज़;
    मेरे सीने में इश्क़-ए-मोहम्मद हने दो!
  • आँख से आँख जब नहीं मिलती;<br/>
दिल से दिल हम-कलाम होता है!Upload to Facebook
    आँख से आँख जब नहीं मिलती;
    दिल से दिल हम-कलाम होता है!
    ~ Asrar ul Haq Majaz
  • आसाँ नहीं दरिया-ए-मोहब्बत से गुज़रना;<br/>
याँ नूह की कश्ती को भी तूफ़ान का डर है!Upload to Facebook
    आसाँ नहीं दरिया-ए-मोहब्बत से गुज़रना;
    याँ नूह की कश्ती को भी तूफ़ान का डर है!
  • खुदा से मिलती है सूरत मेरे महबूब की;<br/>
अपनी तो मोहब्बत भी हो जाती है और इबादत भी!Upload to Facebook
    खुदा से मिलती है सूरत मेरे महबूब की;
    अपनी तो मोहब्बत भी हो जाती है और इबादत भी!
  • तुम चाहो तो ले लो मेरी रूह की तलाशी;<br/>
यकीन मानो, कुछ भी नहीं बचा मुझमे तुम्हारी मोहब्बत के सिवा!Upload to Facebook
    तुम चाहो तो ले लो मेरी रूह की तलाशी;
    यकीन मानो, कुछ भी नहीं बचा मुझमे तुम्हारी मोहब्बत के सिवा!
  • फिरते है मीर अब कहाँ, कोई पूछता नहीं;<br/>
इस आशिक़ी में इज़्ज़त सादात भी गयी!Upload to Facebook
    फिरते है मीर अब कहाँ, कोई पूछता नहीं;
    इस आशिक़ी में इज़्ज़त सादात भी गयी!
    ~ Mir Taqi Mir
  • जख्म ऐ दिल पर हाथ रखकर मुस्कुराना भी इश्क है;<br/>
याद रखना `याद` करना और `याद` आना भी इश्क है!Upload to Facebook
    जख्म ऐ दिल पर हाथ रखकर मुस्कुराना भी इश्क है;
    याद रखना "याद" करना और "याद" आना भी इश्क है!
  • तेरे साथ का मतलब जो भी हो;<br/>
तेरे बाद का मतलब कुछ भी नहीं!Upload to Facebook
    तेरे साथ का मतलब जो भी हो;
    तेरे बाद का मतलब कुछ भी नहीं!
  • यह मेरा इश्क़ था या फिर दीवानगी की इन्तहा,<br/> 
कि तेरे ही करीब से गुज़र गए तेरे ही ख्याल में!Upload to Facebook
    यह मेरा इश्क़ था या फिर दीवानगी की इन्तहा,
    कि तेरे ही करीब से गुज़र गए तेरे ही ख्याल में!
  • शायरी उसी के लबों पर सजती है साहिब;<br/>

जिसकी आँखों में इश्क रोता हो!Upload to Facebook
    शायरी उसी के लबों पर सजती है साहिब;
    जिसकी आँखों में इश्क रोता हो!