इश्क Hindi Shayari

  • कहीं शेर ओ नग़्मा बन के कहीं आँसुओं में ढल के;
    वो मुझे मिले तो लेकिन कई सूरतें बदल के।
    ~ Khumar Barabankvi
  • चुराकर दिल मेरा वो बेखबर से बैठे हैं;<br/>
मिलाते नहीं नज़र हमसे अब शर्मा कर बैठे हैं;<br/>
देख कर हमको छुपा लेते हैं मुँह आँचल में अपना;<br/>
अब घबरा रहे हैं कि वो क्या कर बैठे हैं।Upload to Facebook
    चुराकर दिल मेरा वो बेखबर से बैठे हैं;
    मिलाते नहीं नज़र हमसे अब शर्मा कर बैठे हैं;
    देख कर हमको छुपा लेते हैं मुँह आँचल में अपना;
    अब घबरा रहे हैं कि वो क्या कर बैठे हैं।
  • कभी मोहब्बत करो तो हमसे करना;
    दिल की बात जुबाँ पर आये तो हम से कहना;
    न कह सको कुछ तो आँखें झुका लेना;
    हम समझ जायेंगे हमें तुम न कुछ कहना।
  • ज़माने भर में आशिक कोई हमसा नही होगा;<br/>
खूबसूरत सनम भी कोई तुमसा नहीं होगा;<br/>
मर भी जाये उसकी बाहों में तो कोई गम नही यारो;<br/>
क्योंकी उसके आँचल से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होगा।Upload to Facebook
    ज़माने भर में आशिक कोई हमसा नही होगा;
    खूबसूरत सनम भी कोई तुमसा नहीं होगा;
    मर भी जाये उसकी बाहों में तो कोई गम नही यारो;
    क्योंकी उसके आँचल से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होगा।
  • जो एक बार दिल में बस जाये उसे हम निकाल नहीं सकते;<br/>
जिसे दिल अपना बना ले उसे फिर कभी भुला नहीं सकते;<br/>
वो जहाँ भी रहे ऐ खुदा हमेशा खुश रहे;<br/>
उनके लिए कितना प्यार है हमें ये कभी हम जता नहीं सकते।Upload to Facebook
    जो एक बार दिल में बस जाये उसे हम निकाल नहीं सकते;
    जिसे दिल अपना बना ले उसे फिर कभी भुला नहीं सकते;
    वो जहाँ भी रहे ऐ खुदा हमेशा खुश रहे;
    उनके लिए कितना प्यार है हमें ये कभी हम जता नहीं सकते।
  • दिल वो है कि फ़रियाद से लबरेज़ है हर वक़्त;
    हम वो हैं कि कुछ मुँह से निकलने नहीं देते।
    ~ Akbar Allahabadi
  • बड़ी मुद्दत से चाहा है तुम्हें;<br/>
बड़ी दुआओं से पाया है तुम्हें;<br/>
तुम ने भुलाने का सोचा भी कैसे;<br/>
किस्मत की लकीरों से चुराया है तुम्हें।Upload to Facebook
    बड़ी मुद्दत से चाहा है तुम्हें;
    बड़ी दुआओं से पाया है तुम्हें;
    तुम ने भुलाने का सोचा भी कैसे;
    किस्मत की लकीरों से चुराया है तुम्हें।
  • हर घडी एक नाम याद आता है;
    कभी सुबह, कभी शाम याद आता है;
    सोचते हैं हम कि कर लें फिर से मोहब्बत;
    फिर हमें मोहब्बत का अंजाम याद आता है।
  • वो कहीं भी गया लौटा तो मेरे पास आया;
    बस यही बात अच्छी है मेरे हरजाई की।
    ~ Parveen Shakir
  • इस दिल की हर धड़कन का एहसास हो तुम;<br/>
तुम क्या जानो हमारे लिए कितने ख़ास हो तुम;<br/>
जुदा होकर तुमने हमे मौत से भी बदतर सज़ा दी है;<br/>
फिर भी इस तड़पते हुए दिल ने तुम्हें खुश रहने की दुआ दी है।Upload to Facebook
    इस दिल की हर धड़कन का एहसास हो तुम;
    तुम क्या जानो हमारे लिए कितने ख़ास हो तुम;
    जुदा होकर तुमने हमे मौत से भी बदतर सज़ा दी है;
    फिर भी इस तड़पते हुए दिल ने तुम्हें खुश रहने की दुआ दी है।